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Muzaffarpur News: बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंक हड़ताल का माले व ऐक्टू का समर्थन

भाकपा-माले और ऐक्टू ने बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंकों की हड़ताल का समर्थन किया है। माले जिला सचिव कृष्ण मोहन व ऐक्टू जिला संयोजक मनोज यादव ने कहा- ट्रेड यूनियनों तथा वाम-लोकतांत्रिक शक्तियों ने आज सोमवार को निजीकरण विरोधी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है।

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 15 Mar 2021 01:36 PM (IST)Updated: Mon, 15 Mar 2021 01:36 PM (IST)
Muzaffarpur News: बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंक हड़ताल का माले व ऐक्टू का समर्थन
बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंक हड़ताल का माले व ऐक्टू का समर्थन।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। भाकपा-माले और ऐक्टू ने बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंकों की हड़ताल का समर्थन किया है। माले जिला सचिव कृष्ण मोहन व ऐक्टू जिला संयोजक मनोज यादव ने बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए कहा है कि ट्रेड यूनियनों तथा वाम-लोकतांत्रिक शक्तियों ने आज सोमवार को निजीकरण विरोधी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। उन्होंने निजीकरण के खिलाफ 17 मार्च को जीआईसी और 18 मार्च को एलआईसी की अखिल भारतीय हड़ताल का भी समर्थन किया है। हड़ताल के समर्थन में मार्च भी निकाला जायेगा। 

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 जिला  सचिव ने कहा कि सरकार मजदूरों के खिलाफ लगातार नए-नए कानून ला रही है। इसके कारण आने वाले दिनों में बेरोजगारी की समस्या बढेगी। नए रोजगार के अवसर देने के बदले सारे पुराने कल-करखानों को बंद किया जा रहा है। केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार चाहती है कि बैंक से लेकर तमाम सरकारी कंपनी को निजी हाथ में दे दिया जाए। किसान के लिए आए नए कानून आए व जनविरोधी है। माले व ऐक्टू सचिव ने कहा है कि बैंक,रेलवे, एलआईसी तथा सरकारी संसाधनों का निजीकरण देश व आमलोगों के हित में नहीं है।

 आरोप लगाया कि  मोदी सरकार कॉरपोरेट कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए जबरन निजीकरण अभियान में जुटी है। तीन नये कृषि कानूनों के द्वारा खेत-खेती को भी निजी कंपनियों को दिया जा रहा है जिसके खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा है। किसान, मजदूर और कर्मचारियों सहित वाम-लोकतांत्रिक शक्तियां देश को बचाने में जुटी हुई है। आने वाले दिनों में निजीकरण के खिलाफ आंदोलन और तेज होगा। बैंकर्कमयों के पक्ष मे माले हर आंदोलन में साथ है।


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