Muzaffarpur Nagar Nigam:17 वार्डों के सभी नालों की हो चुकी उड़ाही, पार्षदों ने दिए प्रमाणपत्र
जिन वार्ड पार्षदों ने यह प्रमाणपत्र दिया है उनमें अंचल एक स्थित वार्ड एक दो तीन चार एवं छह अंचल तीन स्थित वार्ड 20 22 23 एवं 24 अंचल छह स्थित वार्ड 35 36 38 39 एवं 48 तथा अंचल 10 स्थित वार्ड 31 32 33 एवं 34 शामिल है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। Muzaffarpur Nagar Nigam: बरसात से पहले शहर के 17 वार्डों की सभी छोटी-बड़ी नालियों की उड़ाही पूरी कर ली गई है। अब इन वार्डों में जलजमाव की संभावना का निराकरण कर लिया गया है। चार अंचलों के अधीन आने वाले 17 पार्षदों ने इस आशय का लिखित प्रमाण पत्र दे दिया कि उनके वार्ड में सभी नालों की उड़ाही हो गई है। जिन वार्ड पार्षदों ने यह प्रमाणपत्र दिया है उनमें अंचल एक स्थित वार्ड एक, दो, तीन, चार एवं छह, अंचल तीन स्थित वार्ड 20, 22, 23 एवं 24, अंचल छह स्थित वार्ड 35, 36, 38, 39 एवं 48 तथा अंचल 10 स्थित वार्ड 31, 32 33 एवं 34 शामिल है। चारों अंचल निरीक्षकों ने भी सभी नालों की उड़ाही पूरी कर लेने का प्रमाण पत्र दिया है। शेष अंचलों एवं वार्डों ने अभी प्रमाण पत्र नहीं दिया है। अब जल जमाव हुआ तो पार्षद अब यह आरोप नहीं लगा पाएंगे उनके वार्ड के नाला की उड़ाही नहीं हो पाई है। नगर आयुक्त ने कहा कि जल्द ही शेष सभी वार्डों में नाला की उड़ाही काम करा लिया जाएगा। मानसून पूर्व शत प्रतिशत नालों उड़ाही का लक्ष्य रखा गया है।
ऑटो परिचालन बंद होने से चालकों की हालत दयनीय, सीएम से गुहार
मुजफ्फरपुर : लॉकडाउन में ऑटो चालक दोहरी मार झेल रहे हैं। एक तो परिचालन पर रोक से चालकों की हालत दयनीय हो गई है वहीं दूसरी ओर अति आवश्यक सेवा में परिचालन की अनुमति के बाद भी पुलिस जुर्माना कर रही है। इस दौरान सबूत देने के बाद भी ऑटो जब्त किया जा रहा है। मुजफ्फरपुर ऑटो रिक्शा कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। पत्र में ऑटो चालकों की दयनीय स्थिति को देखते हुए परिचालन की अनुमति देने की मांग की गई है। संघ के महासचिव मो. इलियास इलू ने कहा कि अधिकतर ऑटो बैंक से ऋण लेकर निकाले गए हैं। ऐसे में हर महीने बैंक को राशि देनी पड़ती है। परिचालन नहीं होने से चालकों के समक्ष दो समय के भोजन का इंतजाम करना मुश्किल हो गया है। ऐसे में वो बैंक की किस्त कैसे जमा करेंगे। किश्त नहीं देने पर बैक द्वारा कार्रवाई की बात कही जा रही है। ऐसे में पहले से आर्थिक तंगी से जूझ रहे चालक डरे सहमे हुए हैं। कहा कि हवाई जहाज, रेल एवं बसों का परिचालन हो रहा है। ऑटो टेंपो परिचालन पर रोक लगा दिया गया है। पुलिस मनमाना जुर्माना वसूल रही है। विरोध करने पर बुरी तरह मार-पीट कर रही है। सरकार से मांग की गई कि ऑटो चालकों के लिए खाने के लिए सामुदायिक किचेन की व्यवस्था रैन-बसेरों में करे। चालकों को राशन कार्ड एवं मुफ्त राशन की सुविधा मिले। आर्थिक मदद के रूप में तत्काल पांच हजार रुपये दिए जाएं।