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Lockdown Update Day 8: नहीं थम रहा दिल्ली से लोगों के आने का सिलसिला, दो ट्रकों में सवार 105 लोग पहुंचे मधुबनी

Covid-19 Lockdown Update Day 7 एक-एक लाख रुपये लिया गया किराया सभी ट्रांसपोर्ट कंपनी में करते थे काम। बेनीपट्टी पीएचसी में जांच के बाद 80 लोगों को क्वारंटाइन में घर भेजा गया।

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 03:50 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 03:50 PM (IST)
Lockdown Update Day 8: नहीं थम रहा दिल्ली से लोगों के आने का सिलसिला, दो ट्रकों में सवार 105 लोग पहुंचे मधुबनी
Lockdown Update Day 8: नहीं थम रहा दिल्ली से लोगों के आने का सिलसिला, दो ट्रकों में सवार 105 लोग पहुंचे मधुबनी

मधुबनी, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन के बीच करीब 105 लोग दिल्ली से दो ट्रकों में सवार होकर बेनीपट्टी पहुंचे। ट्रकों से सभी के यहां पहुंचने पर प्रशासन के साथ प्रखंड के लोगों में भी हलचल मच गई। दिल्ली से आए इनलोगों में कुछ वे भी शामिल हैं जो कोलकाता में काम करते थे। वे वहां से पहले दिल्ली आए। इसके बाद यहां से एक-एक लाख रुपये किराया देकर दो ट्रकों से घर पहुंचे।

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 एक ट्रक शहर के विद्यापति चाैक रविवार देर रात पहुंचा। वहीं दूसरा ट्रक सोमवार थाना चौक पहुंचा तो स्थानीय थाना ने इसे पकड़ा। इसके बाद दोनों ट्रकों को पीएचसी लाया गया। यहां स्क्रीनिंग में कोई संदिग्ध नहीं पाए गए। इसके बाद उनसे शपथ-पत्र लेकर करीब 80 लोगों को घर भेज दिया गया। उन्हें 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहने को कहा गया। वहीं शेष लोगों को संबंधित गांवों के स्कूल में बने केंद्र में भेज दिया गया।

शनिवार को चले थे सभी प्रवासी

ये सभी प्रवासी शनिवार को दिल्ली से चले थे। यहां पहुंचने पर पुलिस निरीक्षक व थानाध्यक्ष महेन्द्र कुमार सिंह ने ट्रक पर सवार लोगों को पीएचसी बेनीपट्टी लाया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एसएन झा एवं डॉ. पीएन झा ने इनलोगों की स्क्रीनिंग की। इसके बाद सभी के हाथों पर मुहर लगाई गई। इन सभी से शपथ पत्र लिया गया है कि वे 14 दिनों तक घर में क्वारंटाइन रहेंगे। वे घरों से बाहर नहीं निकलेंगे। इसके बाद सभी को घर भेज दिया गया। ये सभी बेनीपट्टी अनुमंडल प्रक्षेत्र के बेनीपट्टी तथा हरलाखी प्रखंड क्षेत्र के गांवों के रहने वाले हैं। 

 यहां आए बोरहर के ललन पासवान, सलहा के अशोक मंडल व रंजीत मंडल, राधेश्याम मंडल एवं सुनील चौपाल, हुक्मदेव यादव, फिरन दास, रमन कुमार, सुशील पासवान ने बताया की सभी लोग दिल्ली में ट्रांसपोर्ट में मजदूरी का काम करते थे। लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद कंपनी का मालिक ट्रांसपोर्ट बंद कर फरार हो गया। उनलोगों को जो काम किया था उसकी भी मजदूरी नहीं दी गई।

 काम बंद हो जाने से भोजन व रहने की समस्या आ गई। वहीं कोलकाता से भी कुछ लोगों को ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करने के लिए बुलाया था। मगर, वे भी कंपनी बंद होने से फंस गए। अंत में सभी लोगों ने एक-एक लाख रुपये में दो ट्रक किराया पर लिया। करीब दो-दो हजार रुपये देकर सभी शनिवार रात दिल्ली से रवाना हुए। परेशानी के बीच सभी किसी तरह अपनों के बीच पहुंच गए।

 इस बारे में बेनीपट्टी के एसडीएम मुकेश रंजन ने कहा कि बाहर से आने वाले इन लोगों की पीएचसी में स्क्रीनिंग की गई। इकसे बाद सभी से शपथ पत्र लिया गया है। 14 दिनों तक अपने घरों में क्वारंटाइन में रहने एवं बाहर निकलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। बाहर से आने वाले कुछ मजदूरों को बेनीपट्टी तथा हरलाखी प्रखंड के विद्यालयों में रखने के लिए बीडीओ एवं सीओ को निर्देश दिया गया है।


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