बर्फबारी ने बढ़ाई गलन, राहत के लिए अभी करना होगा और इंतजार
29 दिसंबर को ही न्यूनतम तापमान ने तोड़ा था 10 साल का रिकॉर्ड, 4.9 से घटकर 4.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया न्यूनतम तापमान।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का असर उत्तर बिहार के जिलों तक पहुंच गया है। मुजफ्फरपुर भी भीषण ठंड की चपेट में है। हालांकि, अभी ठंड की प्रवृत्ति पिछले कुछ वर्षों से अलग दिख रही। दिन में धूप और दोपहर बाद तापमान में गिरावट नया रिकॉर्ड कायम कर रही। ठिठुरन और गलन भरी ठंड 'साइलेंट किलर' बन बैठी है। 29 दिसंबर (शनिवार) को ही न्यूनतम तापमान ने 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था। लेकिन, 30 दिसंबर को भी एक नया रिकॉर्ड बन गया। यह 4.9 से घटकर 4.5 पर पहुंच गया। हालांकि, अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस शनिवार का ही बरकरार रहा। हाल-फिलहाल इससे राहत मिलने वाली भी नहीं है। हाड़ कंपाने वाली ठंड से रोजमर्रा का जीवन प्रभावित है। ठंड के असर से शरीर की नमी खत्म हो रही। त्वचा सूख रही।
पार्कों और मार्केट में रही चहल-पहल
रविवार का अवकाश और धूप लोगों के लिए राहत भरा रहा। प्री न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए दिन तो अच्छा रहा। पार्कों और मार्केट में चहल-पहल रही। पार्क में बच्चे उछलते-कूदते नजर आए तो बड़े नए साल की योजना बनाते दिखे। लेकिन, दो बजे के बाद ठंड हावी होने लगी। धीरे-धीरे लोग घरों की ओर सरकने लगे। चार बजते-बजते पार्क में सन्नाटा और बाजार भी 'ठंडा'।
मानें डॉक्टर की सलाह
आम धारणा है कि यह महीना हेल्दी होता है। कुछ भी खा-पी लो पच जाएगा। लेकिन, इससे परहेज करने की जरूरत है। फिजिशियन डॉ. सुनील कुमार कहते हैं कि मौसम का 'ड्राई कोल्डÓ होना एक खतरनाक स्टेज है। इसमें शरीर और स्कीन की नसें सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त का दबाव (ब्लड प्रेशर) बढ़ जाता है। ऐसे में अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ये भी कि अस्थमा के मरीजों की समस्या बढ़ जाती है। सामान्य आदमी भी इसकी चपेट में आ सकता है। इस बारे में मौसम वैज्ञानिक डॉ. ए. सत्तार ने कहा कि शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा। जैसा पूर्व अनुमान में व्यक्त किया गया था, वैसा ही मौसम का तेवर दिख रहा। एक-दो दिन में कुहासा बढऩे का अनुमान है।
ये करें उपाय :
-शरीर को कवर कर रखें। -सरसों या नारियल तेल से करें मालिश।
-पानी की न होने दें कमी।
-हरी सब्जियों का सेवन करें।
-विटामिन सी स्रोत वाले फलों को खानपान में शामिल करें।
जनजीवन प्रभावित
- दिन में ठीक-ठीक धूप होकर शाम में लुढ़क जा रहा न्यूनतम तापमान
-ठंड के असर से शरीर की नमी खत्म हो रही, सूख रही त्वचा
- ठिठुरन और गलन भरी ठंड साबित हो रही 'साइलेंट किलरÓ
- हाल-फिलहाल इस ठंड से राहत मिलने का अनुमान भी नहीं
- इस मौसम में सिकुड़ जातीं शरीर की नसें, बढ़ जाता ब्लड प्रेशर