बालिका गृह मामला: ब्रजेश ठाकुर ने कहा- मैं तो कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने वाला था
बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने कोर्ट में पेशी के दौरान पत्रकारों से कहा कि मैं बेकसूर हूं। मैं कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ना चाहता था इसीलिए फंसाया गया है।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौनशोषण मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने कहा कि मैं निर्दोष हूं। बालिका गृह की किसी लड़की ने मेरे खिलाफ कुछ नहीं कहा है। उसने पेशी के लिए पॉक्सो कोर्ट जाते हुए बड़ा बयान दिया है और कहा कि मैं तो कांग्रेस पार्टी के टिकट से इस बार मुजफ्फरपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहता था और यह लगभग फाइनल भी हो गया था। इसी वजह से विरोधियों ने साजिश रच मुझे फंसा दिया।
मंत्री के पति ने गहरा संबंध नहीं
ब्रजेश ने समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा व उनके पति से गहरा संबंध होने से इन्कार किया। मंत्री के पति से राजनीति के मुद्दे पर बात होती थी। उसने मधु से भी किसी तरह के संबंध होने से इन्कार किया। उसने यह कबूल किया कि मंत्री मंजू वर्मा के साथ मेरे सम्बंध रहे हैं, लेकिन सिर्फ व्यावहारिक।
कांग्रेस के टिकट से लड़ना चाहता था लोकसभा चुनाव
वह मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाह रहा था। इसकी तैयारी भी करीब-करीब कर ली थी। ब्रजेश के इस बयान से राजनीति पारा और गरम हो गया है। साथ ही उसने यह भी कहा कि बच्चियों के मेडिकल में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई हैं।
बिहार कांग्रेस ने जताई नाराजगी, कहा-बताए किससे है संबंध
बिहार कांग्रेस ने ब्रजेश से किसी भी तरह के संबंध से साफ इंकार किया है। बिहार कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि ब्रजेश की फंडिंग सरकार कर रही थी। मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति से उसकी बात होती थी और वह चुनाव कांग्रेस से लड़ना चाहता था। ब्रजेश के हवाले यह पठकथा कौन लिख रहा है बीजेपी या जदयू? ब्रजेश को यह बताना चाहिये कांग्रेस में उनके किसके साथ संबंध हैं। कादरी ने दोहराया कि मुज़फ़्फ़रपुर मसले पर कांग्रेस बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी।
मधु से मेरा कोई संबंध नहीं है, न्यायाधीश ब्रजेश आते थे बालिका गृह
मेरा फरार मधु के साथ कोई रिश्ता नहीं है। बालिका गृह की एक भी लड़कियों ने मेरा नाम नहीं लिया है, आप खुद भी चेक कर सकते हैं।
वहीं ब्रजेश ने इस मामले में एक न्यायाधीश के नाम को भी सामने ला दिया है। पेशी के दौरान कोर्ट लाए गए ब्रजेश ने कहा कि उसके नाम के एक न्यायाधीश बालिका गृह आते थे। लड़कियां उन्हें ही हंटर वाले अंकल कह रहीं। मुख्य आरोपी के इन दो बयानों से मामला और गरमा गया है।
मंजू वर्मा से व्यावहारिक संबंध
ब्रजेश ने यह कहा कि मैं बेकसूर हूं और मुझे फंसाया गया है। उसने कहा कि मंत्री मंजू वर्मा से कामकाज के सिलसिले में बात होती थी और उनके पति से गहरा संबंध होने से इन्कार किया है। कहा, उनके साथ व्यवहारिक संबंध रहे हैं। मधु मेरे यहां एक संस्था में काम करती थी। ब्रजेश ने कहा कि यह सब राजनीति के तहत हो रहा है। बालिका गृह की एक भी लड़की ने मेरा नाम नहीं लिया है।
ब्रजेश के चेहरे पर महिला ने फेंकी काली स्याही
इस बीच कोर्ट हाजत से पेशी के लिए ले जाए जा रहे ब्रजेश के मुंह पर महिलाओं ने कालिख पोत दी। इससे कोर्ट परिसर में अफरातफरी मच गई। एक महिला को हिरासत में लिया गया है। जब उसे कोर्ट में ले जाया जा रहा था, तो लोग हाजत के बाहर हाय-हाय का नारा लगा रहे थे।
अक्टूबर 2013 से बालिका गृह का संचालन
सेवा संकल्प एवं विकास समिति को अक्टूबर 2013 में बालिका गृह संचालन का वर्क ऑर्डर दिया गया था। संस्था का चीफ फंक्शनरी ब्रजेश कुमार, जबकि चेयरमैन संजय कुमार, सचिव रमेश कुमार, ट्रेजरर शिवशंकर ठाकुर, प्रमोटर मधु कुमारी, राहुल आनंद, राजेश रंजन, अनिल श्रीवास्तव। संस्था का रजिस्ट्रेशन अप्रैल 1987 का है।
बालिका गृह यौनशोषण मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत 10 आरोपियों को बुधवार को पेशी के लिए मुजफ्फरपुर कोर्ट लाया गया जहां पॉक्सो कोर्ट में सभी की पेशी हुई है।