मुजफ्फरपुर में ईवीएम व पोस्टल बैलट पेपर की गणना को लेकर अलग-अलग कक्ष
मुजफ्फरपुर में मतगणना की तैयारी अंतिम चरण में है, जहां ईवीएम और पोस्टल बैलट पेपर की गिनती के लिए अलग-अलग कक्ष बनाए गए हैं। पोस्टल बैलट के लिए चार और ईवीएम के लिए 14 टेबल होंगे। मतगणना कर्मियों का रैंडमाइजेशन हो चुका है, और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। उम्मीदवारों के राउंडवार मतों को प्रदर्शित करने के लिए बोर्ड लगाए गए हैं।

मतगणना केंद्र के बाहर सुरक्षा में तैनात जवान। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मतगणना की तैयारी को लेकर बाजार समिति में प्रशासनिक कार्य अंतिम चरण में है। यहां सभी आवश्यक तैयारी युद्धस्तर पर की जा रही है। करीब 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है।
बैरिकेडिंग व ड्राप गेट बन चुके हैं। गुरुवार को सभी कार्य पूर्ण हो जाएंगे। शुक्रवार को सुबह आठ बजे से मतों की गिनती शुरू होगी। मतगणना केंद्र पर ईवीएम व पोस्टल बैलट पेपर की गिनती को लेकर अलग-अलग कक्ष बनाए गए हैं।
पहले पोस्टल बैलट की गिनती होगी। इसके लिए चार-चार, जबकि ईवीएम के मतों की गिनती को लेकर 14-14 टेबल बनाए गए हैं। इसके अलावा प्रत्येक काउंटिंग हाल के अंदर वीवीपैट पेपर स्लिप के सत्यापन को लेकर वीसीबी (वीवीपैट काउंटिंग बूथ) का निर्माण किया गया है। प्रत्येक गणना टेबल पर तार की जाली में फ्लैक्स बोर्ड के माध्यम से टेबल संख्या को भी दर्शाया गया है ताकि मतगणनाकर्मियों को टेबल संख्या से संबंधित जानकारी मिल सके।
इधर, मतगणनाकर्मियों का प्रथम रैंडमाइजेशन पूरा हो चुका है और द्वितीय का कार्य मतगणना से 24 घंटे पूर्व किया जाएगा। संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया यहां तक कि वज्रगृह की सील खोलने व ईवीएम निकालने की भी वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इसे सुरक्षित रखा जाएगा ताकि भविष्य में आवश्यकता हो तो इसका उपयोग किया जा सके।
इसके अलावा प्रत्येक मतगणना कक्ष में निर्वाची पदाधिकारियों के पटल के पीछे एक बड़ा बोर्ड लगाया गया है। इस पर उम्मीदवारों का राउंडवार प्राप्त मतों को प्रदर्शित किया जाएगा। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम ने उप निर्वाचन पदाधिकारी समेत सभी संबंधित पदाधिकारियों को शीघ्र शेष कार्य पूर्ण करने को कहा है।
पोस्टल बैलट और ईवीएम मतों की गिनती का कर्मियों को दिया प्रशिक्षण
मतगणना को लेकर सभी कर्मियों को बुधवार को गन्नीपुर स्थित केंद्रीय विद्यालय में प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में काउंटिंग सहायक, काउंटिंग आब्जर्वर तथा माइक्रो आब्जर्वर के रूप में प्रतिनियुक्त कर्मियों को मतगणना प्रक्रिया से जुड़ी सभी तकनीकी एवं व्यावहारिक जानकारियां दी गईं।
प्रशिक्षण सत्र का संचालन मास्टर ट्रेनरों द्वारा किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को पोस्टल बैलेट की गिनती, ईवीएम मतों की गणना की प्रक्रिया, मतों की वैधता से संबंधित प्रावधान, राउंडवार काउंटिंग के दौरान पालन किए जाने वाले नियमों और आयोग द्वारा निर्धारित प्रोटोकाल के बारे में विस्तार से बताया।
प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक विधानसभावार मतगणना के क्रमिक चरणों की बारीकियों को समझाया। मास्टर ट्रेनरों ने कर्मियों से उत्पन्न होने वाली शंका के समाधान के लिए पूरक प्रश्न आमंत्रित किए गए तथा उसका नियमानुसार समाधान किया।
मतगणना के दौरान पारदर्शिता, सटीकता और धैर्य बनाए रखने पर विशेष बल दिया गया। ताकि परिणाम पूरी निष्पक्षता के साथ सामने आए। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम सुब्रत कुमार सेन तथा उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम भी मौजूद रहे।
डीएम ने प्रशिक्षण सत्र का अवलोकन करते हुए सभी कर्मियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मतगणना लोकतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील चरण है। इसलिए प्रत्येक कर्मी का यह दायित्व है कि वे निर्वाचन आयोग की मार्गदर्शिका को भलीभांति समझें, नियमों का अक्षरशः पालन करें और मतगणना दिवस पर समय से उपस्थित होकर अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें। प्रशिक्षण व्यवस्था का संचालन जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सह कोषांग के नोडल पदाधिकारी धनंजय कुमार द्वारा किया गया।

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