जैविक खाद के उत्पादन और बिक्री में मुजफ्फरपुर प्रमंडल में अव्वल Muzaffarpur News
राशि आवंटन में विलंब के बावजूद सफलता वैशाली को मिला दूसरा स्थान। वर्ष 2019-20 के लिए लक्ष्य तय करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया।
मुजफ्फरपुर,जेएनएन। उत्पादन यूनिट के लिए अनुदान मिलने में विलंब के बाद भी वर्ष 2018-19 में जैविक खाद के उत्पादन में जिला प्रमंडल में अव्वल रहा। दूसरा स्थान वैशाली का रहा। दूसरी ओर, जिला कृषि विभाग ने वर्ष 2019-20 में योजना को जारी रखने के लिए लाभुकों का लक्ष्य निर्धारित करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है।
कृषि योजनाओं में राशि आवंटन में विलंब बड़ी समस्या है। इसका ज्वलंत उदाहरण वर्ष 2018-19 में जिले में जैविक खाद यूनिट लगाने के लिए 1,871 किसानों को अनुदान देने की योजना थी। इसके लिए सरकार ने 2.40 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। लेकिन, यह राशि किस्तों में अभी तक आ रही है। योजना में राशि भेजने में विलंब से किसानों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। किसान सम्मान योजना भी इसी प्रकार की समस्या की शिकार है। सीजन में धान व गेहूं के बीज उपलब्ध नहीं होते।
जिला कृषि पदाधिकारी, डॉ. केके वर्मा का कहना है कि सरकार की नीति जैविक खाद उत्पादन को प्रोत्साहन देने की है। इसे ध्यान में रखते हुए जैविक खाद यूनिट लगाने की वर्ष 2019-20 का लक्ष्य तय करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है।
वर्ष 2018-19 में जैविक खाद उत्पादन में कौन, कहां
जिला - कुल उत्पादन - बिक्री
मुजफ्फरपुर -89,110 - 44,893
वैशाली - 32,586 -26,141
सीतामढ़ी - 21,525- 17,625
पूर्वी चंपारण-24,698 - 4100
शिवहर एवं पश्चिमी चंपारण में जैविक खाद यूनिट नहीं है।
(नोट : उत्पादन और बिक्री क्विंटल में।