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संकट के दौर से गुजर रही मुजफ्फरपुर जिला स्वास्थ्य समिति, इस वजह से फंसा है पेंच

सिविल सर्जन ने की जिला अनुश्रवण व मूल्यांकन पदाधिकारी को कार्यक्रम प्रबंधक बनाने की अनुशंसा। इस बीच जिला कार्यकम प्रबंधक वीपी वर्मा द्वारा अग्रसारित कर भेजे गए फाइल मेडिकल को लौटा दिए गए है। नई गाइड लाइन आने का किया जा रहा इंतजार।

By Amrendra TiwariEdited By: Ajit kumarPublished: Wed, 28 Sep 2022 11:17 AM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2022 11:17 AM (IST)
संकट के दौर से गुजर रही मुजफ्फरपुर जिला स्वास्थ्य समिति, इस वजह से फंसा है पेंच
करीब पांच सौ संविदा कर्मियों के सामने वेतन का संकट है। फोटो: जागरण

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। कार्यक्रम प्रबंधक के सेवा अवधि विस्तार को राज्य समिति के कार्यपालक निदेशक द्वारा निरस्त कर दिए जाने के बाद जिला स्वास्थ्य समिति संकट के दौर से गुजर रही है। अगर वर्तमान कार्यक्रम प्रबंधक का दोबारा सेवा विस्तार होता है तो उसमें समय लगेगा। उसके साथ कानूनी पेच भी फंसेगा। 31 जुलाई के बाद से दो सिविल सर्जन आ गए हैं। पिछली तिथि में किस तरह से काम हो यह संकट है। कानूनी संकट से बचने के लिए सिविल सर्जन ने जिला अनुश्रवण व मूल्यांकन पदाधिकारी को जिला कार्यक्रम प्रबंधक का प्रभार देने की अनुशंसा राज्य मुख्यालय से की है। इस बीच सिविल सर्जन ने जिला कार्यकम प्रबंधक वीपी वर्मा द्वारा अग्रसारित कर भेजे गए फाइल मेडिकल को लौटा दिया है। सीएस ने अनुसेवी को कहा कि अभी वह हटा दिए गए हैं। इसलिए जब तक नई गाइड लाइन नहीं आती। उनसे फाइल अग्रसारित कराना नियम विरुद्ध है।

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सेवा विस्तार को निरस्त कर दिया

सिविल सर्जन ने बताया कि जब तक जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यक्रम प्रबंधक नहीं आते तबतक काम सामान्य रूप से चलना चाहिए। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था होगी। जब कार्यक्रम प्रबंधक आ जाएंगे उसके बाद यह प्रभार स्वत: समाप्त हो जाएगा। बताया कि अभी पर्व का समय है और इस बीच पिछले दो माह से जिला कार्यक्रम प्रबंधक के वित्तीय अधिकार पर रोक के बाद करीब पांच सौ संविदा कर्मियों के सामने वेतन का संकट है। इधर सेवा विस्तार में गड़बड़ी की शिकायत करने वाले मटियानी निवासी हिमांशु कुमार ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति ने सेवा विस्तार को निरस्त कर दिया, लेकिन गलत करने वालों पर कार्रवाई को लेकर मौन है। बताया कि 31 जुलाई को सेवा विस्तार लेने के बाद यहां पर एक सिविल सर्जन बदल गए। उसके बाद दूसरे सिविल सर्जन अपना काम कर रहे हैं। इसलिए अगर पुराने जिला कार्यक्रम प्रबंधक के सेवा विस्तार की अनुशंसा होती है तो वह उच्च न्यायालय तक जाएंगे।

वेतन के लिए एंबुलेंस कर्मियों ने किया धरना-प्रदर्शन

वेतन भुगतान की मांग को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय पर एंबुलेंस कर्मियों ने धरना देकर विरोध जताया। इस दौरान प्रदर्शन भी किया। जिलाधिकारी के निरीक्षण के समय भी नारेबाजी करके अविलंब वेतन दिलाने की मांग की। एंबुलेंस चालक संघ के नेता मुस्लिम ने बताया कि मई से जुलाई तक बकाया है। इसका भुगतान अविलंब कराया जाए। एंबुलेंस संचालित कर रही सम्मान फाउंडेशन का अनुबंध 27 जुलाई को समाप्त हो गया है। जबतक नए का अनुबंधन नहीं होता है तब तक कंपनी को भुगतान नहीं होना चाहिए। मुस्लिम ने बताया कि जिले में अभी 79 एंबुलेंस का संचालन हो रहा है।


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