Muzaffarpur Coronavirus News Update: आरटीपीसीआर जांच के लिए प्राइवेट लैब में खर्च करने पड़ रहे अधिक पैसे
Muzaffarpur Bihar Coronavirus News Update जिले में कोरोना संक्रमितों की आरटीपीसीआर जांच में हो रही काफी देरी। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने जनहित में सीएम से लेकर डीएम तक को लिखा पत्र। कहा कि जांच रिपोर्ट के अभाव में चिकित्सक सही इलाज नहीं कर पाते हैं।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिले में कोरोना संक्रमितों लोगों की आरटीपीसीआर जांच में काफी देरी हो रही है। चार-पांच दिनों में भी रिपोर्ट नहीं मिल रही। इसके कारण चिकित्सक को बताने में परेशानी हो रही है। इसी चक्कर में कई लोगों का गलत इलाज शुरू हो जा रहा है। मजबूरन लोग प्राइवेट लैब में अत्यधिक पैसे देकर जांच करा रहे हैं। चैंबर ऑफ कॉमर्स के महामंत्री सज्जन शर्मा ने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, बिहार सरकार एवं जिलाधिकारी को पत्र भेज कर तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया है। कहा कि जांच रिपोर्ट के अभाव में चिकित्सक सही इलाज नहीं कर पाते हैं और मरीजों की स्थिति बदतर होती जा रही है। इसके कारण मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। चिकित्सा की इस स्थिति को सुधारने के लिए एसकेएमसीएच और सदर अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच के लिए पर्याप्त टेङ्क्षस्टग मशीनों का तत्काल लगाया जाना आवश्यक है ताकि जांच रिपोर्ट जल्द मिल सके और चिकित्सक सही इलाज कर संक्रमितों को मरने से बचा सकें। मुजफ्फरपुर में व्यापारियों और आम जन बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं।
कोरोना की नौ हजार जांच पेंडिंग, चार दिनों तक बंद रहेगा आरटीपीसीआर टेस्ट
मुजफ्फरपुर : आरटीपीसीआर से होने वाली जांच को अगले चार दिन तक रोक दिया गया है। इस बीच केवल एंटीजन किट से ही जांच होगी। जानकारी के अनुसार जिले में सरकारी व निजी स्तर पर करीब नौ हजार नमूनों की आरटीपीसीआर जांच पेंङ्क्षडग है। इससे संक्रमित की पहचान का संकट बढ़ गया है। सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि एसकेएमसीएच में पांच हजार से अधिक सैंपल पेंङ्क्षडग हैं। इसके अलावा हर केंद्र से आने वाले सैंपल भी सदर अस्पताल के लैब में रखे हैं। ऐसे में जब तक एसकेएमसीएच के पेंङ्क्षडग सैंपलों की जांच नहीं हो जाती तब तक नमूने नहीं लिए जाएंगे। पहले से जो नमूने लिए गए हैं उनकी रिपोर्ट आनी जरूरी है। अगर पॉजिटिव घूम रहे हैैं तो वे अन्य को भी संक्रमित करेंगे। सीएस ने कहा कि निजी लैब में जहां जांच हो रही है, वहां भी अभी मनाही की गई है। उन्हें कहा गया है कि जब तक पेंङ्क्षडग सैंपल की जांच नहीं होती सैंपल नहीं लें। सीएस ने कहा कि जो जानकारी सामने है उसके हिसाब से पांच हजार सरकारी व करीब चार हजार आरटीपीसीआर जांच निजी लैब में पेंडिंग हैं। एसकेएमसीएच के प्राचार्य से वह लगातार संपर्क में हैं ताकि जांच में तेजी लाकर पेंडिंग को पूरा किया जा सके।