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कांटी दोहरा हत्याकांड का हुआ उदभेदन, हथियार लेन देन विवाद में हुई अविनाश और अंकित की हत्या

पूर्व मंत्री के गांव में दिनदहाड़े गोली मारकर कर दी गई थी हत्या। शातिर सुधाकर समेत पुलिस ने तीन को दबोचा। सिक्यूरिटी गार्ड की वर्दी, जैकेट बाइक, मोबाइल समेत बाइक जब्त।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 05 Feb 2019 10:32 PM (IST)Updated: Wed, 06 Feb 2019 11:28 AM (IST)
कांटी दोहरा हत्याकांड का हुआ उदभेदन, हथियार लेन देन विवाद में हुई अविनाश और अंकित की हत्या
कांटी दोहरा हत्याकांड का हुआ उदभेदन, हथियार लेन देन विवाद में हुई अविनाश और अंकित की हत्या

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कांटी डबल मर्डर केस का उदभेदन करते हुए पुलिस ने इसमें शामिल शातिर सुधाकर कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। दो अन्य युवकों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एसएसपी मनोज कुमार ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि कांटी में अविनाश और अंकित उर्फ सोनू की हत्या हथियार के लेनदेन के विवाद में की गई थी।

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 इस हत्याकांड में पुलिस ने मूल रूप से सीतामढ़ी रुन्नीसैदपुर के न्यूरी सिरकरिया निवासी सुधाकर कुमार को गिरफ्तार किया है। वह कांटी के कलवारी मधुबन में बहनोई संतोष कुमार झा के घर पर ही ज्यादातर रहता था। हिरासत में लिए गए दो अन्य युवकों के नाम जांच प्रभावित होने के कारण अभी उजागर नहीं किए जा रहे हैं।

 एसएसपी ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त बाइक, जैकेट, जूता, मोबाइल, कड़ा समेत दोनों मृतकों की सेक्यूरिटी गार्ड वाली वर्दी व बाइक भी बरामद कर ली गई है। कपड़े पर खून के ध्ब्बे मिले हैं। इसकी एफएसएल जांच होगी। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक जांच के आधार पर पूरे मामले का उदभेदन किया गया है। कहा कि काफी साक्ष्य मिले हैं। शीघ्र ही चार्जशीट दायर कर स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने की कवायद होगी।

सीसीटीवी फुटेज के सहारे अपराधी तक पहुंची पुलिस

बताया गया कि हत्या के दिन ये सभी कांटी के एक पेट्रोल पंप पर बाइक से गए थे। वहां पर वाहन में तेल भरवाया। इसके बाद कलवारी मधुबन के बगीचे में जा पहुंचे। जहां पर हथियार का लेन-देन करना था। लेकिन वहीं पर किसी बात को लेकर विवाद हुआ। जिसके कारण अपराधियों ने गोली मारकर अविनाश व अंकित उर्फ सोनू की हत्या कर दी।

 गुत्थी सुलझाने को लेकर डीएसपी पश्चिमी कृष्ण मुरारी प्रसाद के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। टीम में इंस्पेक्टर सोना प्रसाद सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। सभी ने मिलकर पूरे मामले का पर्दाफाश किया। टीम को अविनाश के घर से सेक्यिूरिटी वर्दी मिला। लेकिन परिजन संतोष जनक जवाब नहीं दे पाए। इसके कारण कई तरह की आशंकाएं बढ़ गई है।

सुधाकर के साथ अन्य अपराधी थे शामिल

पुलिस पूछताछ में सुधाकर ने बताया कि उसका काम सिर्फ सुनसान जगह पर दोनों को लाना था। लेकिन गोली उसके साथियों द्वारा मारी गई है। अनुसंधान बाधित होने की वजह से उन अपराधियों के नाम का पर्दाफाश नहीं किया गया है। लेकिन पुलिस के अनुसार घटना में शामिल अन्य सभी अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी की कवायद तेज कर दी गई है। जांच में यह भी पता चला कि सुधाकर शराब मामले में पहले जेल जा चुका है।

कई शहरों में मिला लोकेशन

एसएसपी ने कहा कि घटना के पूर्व अंकित का कई शहरों में लोकेशन मिला है। चार जनवरी को बोकारो, पांच को मुंगेर, नौ को भोजपुर, 15 को सारण व सिवान में इसका लोकेशन मिला है। आशंका जताई जा रही है कि इन शहरों में किसी उद्देश्य विशेष से ही घूम रहा था।

 हालांकि इसका प्रमाण अभी पुलिस को नहीं मिला है। इसके लिए इन सभी जिलों की पुलिस से संपर्क कर वहां का फुटेज खंगाला जा रहा है। क्योंकि परिजन को भी यह नहीं पता था कि उनका बेटा कहां है। परिजन को पता था कि वह मुंबई में काम करता है।

40 हजार रुपये लेकर घर से निकला था

जांच में पता चला कि घटना के दिन अंकित घर से चालीस हजार रुपये लेकर निकला था। इस बात की जानकारी उसके परिजनों ने भी पुलिस को दी थी। कहा जा रहा है अविनाश और अंकित दोनों अक्सर साथ ही रहते थे। इन दोनों की गतिविधियां भी संदिग्ध रहने की बात सामने आई है। इसके लिए पूर्व के मामले खंगाले जा रहे हैं।


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