पर्व-त्योहारों और वीआइपी के आगमन पर ही दिखती अतिक्रमण के खिलाफ अधिक सक्रियता Muzaffarpur News
सड़कों के दोनों किनारे ठेले खोमचे वालों का होता कब्जा। संकीर्ण होती जा रही सड़कों पर प्रतिदिन जाम की स्थिति से लोगों का चलना मुश्किल।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर की मुख्य सड़कें अतिक्रमण की चपेट में हैं। सड़कों के दोनों किनारे तीन-तीन फीट तक ठेले-खोमचे वाले व अन्य दुकानदारों का कब्जा रहता है। इससे कारण मोतीझील, सरैयागंज, स्टेशन रोड, कंपनीबाग रोड, इमलीचट्टी रोड सहित शहर के सारे मार्ग प्रभावित हैं। प्रतिदिन जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान खानापूरी बनकर रह गया है। पर्व-त्योहार या किसी वीआइपी के आगमन पर ही सड़कों से अतिक्रमण हटाने में अधिक सक्रियता दिखती है।
बार-बार अतिक्रमण
मोतीझील पुल और उससे आगे बार-बार अतिक्रमण हटाया जाता है। लेकिन हटाने के तुरंत बाद अतिक्रमणकारी पुन: काबिज हो जाते हैं। रामदयालु, अघोरिया बाजार चौक इलाके सहित अन्य इलाकों में साल में एक बार ही अतिक्रमण हटाया गया। इन इलाकों में अतिक्रमण की समस्या नासूर बनी है।
अधिकारियों की सक्रियता भी बेअसर
अतिक्रमण हटाओ अभियान में नगर आयुक्त के साथ डीएम, एसएसपी, डीएसपी, थानाध्यक्षों भी सक्रियता दिखती रहती हैं। लेकिन उनकी सक्रियता भी तब बेअसर दिखती है, जब पुन: उस स्थल पर अतिक्रमण का वही नजारा हो जाता है।
इन जगहों पर अतिक्रमण
रामदयालु, अघोरिया बाजार चौक, जवाहरलाल रोड, मिठनपुरा रोड, माड़ीपुर, ब्रह्मपुरा, लक्ष्मी चौक आदि इलाके अतिक्रमण की चपेट में हैं। 20 फीट चौड़ी सड़कों पर अतिक्रमण के कारण 14 फीट और 14 फीट चौड़ी सड़कों पर आठ फीट जगह ही चलने के लिए बच जाती है। हटाए गए अतिक्रमण की जगह का दोबारा अतिक्रमण नहीं हो, इसकी कोई व्यवस्था नहीं दिखती । इस संबंध में हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी बेअसर हो रहा है।
अतिक्रमण हटाओ अभियान
नगर निगम के अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने कहा कि अतिक्रमण हटाओ अभियान निरंतर चलाना है। बीच में पुलिस पुलिस बल की कमी के कारण यह रुक गया था। 26 जनवरी के बाद फिर से प्रभावी अतिक्रमण मुक्ति अभियान चलाया जाएगा।इस संबंध में नगर निगम के महापौर सुरेश कुमार ने कहा कि सभी नालों से अतिक्रमण हटाने का आदेश सशक्त स्थायी समिति की बैठक में नगर आयुक्त् को दिया गया है।