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कुढ़नी में खुलेगा मॉडल रूरल हेल्थ रिसर्च यूनिट, निर्माण पर पांच करोड़ की राशि होगी खर्च

आरएमआरआइ पटना की देखरेख में पांच साल तक होगा संचालन ग्रामीण क्षेत्र में होने वाली बीमारियों पर होगा शोध ! हेल्थ एंड रिसर्च यूनिट खोलने की कवायद शुरू हो गई है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 12 Apr 2019 03:54 PM (IST)Updated: Fri, 12 Apr 2019 03:54 PM (IST)
कुढ़नी में खुलेगा मॉडल रूरल हेल्थ रिसर्च यूनिट, निर्माण पर पांच करोड़ की राशि होगी खर्च
कुढ़नी में खुलेगा मॉडल रूरल हेल्थ रिसर्च यूनिट, निर्माण पर पांच करोड़ की राशि होगी खर्च

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। ग्रामीण इलाके में होने वाली बीमारियों पर शोध व जागरूकता के लिए कुढऩी में रूरल हेल्थ एंड रिसर्च यूनिट खोलने की कवायद शुरू हो गई है। इसको राजेंद्र मेडिकल एंड रिसर्च इंस्टीच्यूट पटना की दो सदस्य टीम सिविल सर्जन व जिला मलेरिया कार्यालय का दौरा किया। टीम में महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ.रोशन कमल टोपनो व समाज शास्त्री संजय कुमार सिंह शामिल हैं। जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ.सतीश कुमार से मुलाकात कर कुढऩी इलाके में वर्तमान समय में होने वाली बीमारी के प्रभाव की जानकारी ली। 

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   इस संबंध में वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी ने बताया कि रिसर्च यूनिट बनने से आने वाले दिनों में कुढ़नी इलाके में कोई भी बीमारी महामारी का रूप नहीं लेगी। आरएमआआइ की देखरेख में एक यूनिट बनेगा। पहले चरण में बीमारी का सर्वे चल रहा है। वहां पर जमीन अधिग्रहण होने के बाद सेंटर खोला जाएगा। आरएमआरआइ के निदेशक डॉ. प्रदीप दास की देखरेख में सेंटर खोलने की प्रक्रिया चल रही है।

   टीम से मिली जानकारी के अनुसार सेंटर निर्माण पर करीब पांच करोड़ की राशि खर्च होने का अनुमान है। आइसीएमआर दिल्ली व स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार के बीच एमयू होने के बाद पांच साल तक सेंटर संचालन आरएमआरआइ पटना करेगा। उसके बाद उसको स्वास्थ्य विभाग को सौंंप दी जाएगी।


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