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पश्चिम चंपारण में पीपी तटबंध की सुरक्षा पर विधायक ने उठाए सवाल, अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए सीएम को लिखा पत्र

विधायक ने पत्र के माध्यम से सीएम को अवगत कराया है कि गंडक नदी में आई बाढ़ से पीपी तटबंध के एंटीरोजन कार्य में अनियमितता उजागर हुई है। जहां अभियंताओं और संवेदकों द्वारा एंटीरोजन कार्य में धांधली और लूटखसोट की गई है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 07 Jun 2021 05:42 PM (IST)Updated: Mon, 07 Jun 2021 05:42 PM (IST)
पश्चिम चंपारण में पीपी तटबंध की सुरक्षा पर विधायक ने उठाए सवाल, अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए सीएम को लिखा पत्र
वाल्मीकिनगर के जदयू विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने सीएम को ल‍िखा पत्र।

पश्चिम चंपारण, जासं। पीपी तटबंध पर बाढ़ पूर्व कराए गए कटाव रोधी कार्य में घोर अनियमितता की शिकायत मिलने पर वाल्मीकिनगर के जदयू विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने सीएम को पत्र लिख कर दोषी अधिकारियों के निलंबित करने और संवेदक को काली सूची में डालने की मांग की है।

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विधायक ने पत्र के माध्यम से सीएम को अवगत कराया है कि गंडक नदी में आई बाढ़ से पीपी तटबंध के एंटीरोजन कार्य में अनियमितता उजागर हुई है। जहां अभियंताओं और संवेदकों द्वारा एंटीरोजन कार्य में धांधली और लूटखसोट की गई है। वहीं जीएएच प्रभाग में कटाव निरोधक कार्य में जेई की कथित पेटी कांट्रेक्ट ठेकेदारी का भी मामला उजागर हुआ है। इसके बावजूद भी विभाग के उच्च अभियंता कार्रवाई करने की बजाय चुप्पी साध लिए हैं। श्री सिंह ने यह भी कहा है कि कटाव निरोधक एंजेडा संख्या दो के अंतर्गत पीपी तटबंध के 23. 40 किमी दुलारी प्वाइंट पर स्टार्डों की री-स्टोरेशन में घोर लापरवाही और अनियमितता हुई है। जिस कारण कार्य में धांधली की पोल गत दिनों नदी में मामूली जलस्तर बढ़ोतरी से ही खुल चुकी है ।

री- स्टोरेंट स्टर्ड अभी ही धंसने लगा है । भितहा एवं ठकराहा प्रखंड की लगभग एक लाख आबादी समेत सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर के दुदही और सेवरही विकास खंड के भी दर्जनों गांव तबाह हो सकते हैं। विधायक ने मांग की है कि समय रहते गुणवत्ता पूर्वक कटाव रोधी कार्य कराया जाय। ताकि पीपी तटबंध पूरी तरह सुरक्षित हो सके।

पोस्ता निर्माण कार्य में बलुई मिट्टी का प्रयोग

पोस्ता निर्माण कार्य में भी लापरवाही की गई है। पोस्ता निर्माण में विशुद्ध मिट्टी देने की बजाय बलुई मिट्टी का प्रयोग किया गया है। वहीं एजेंडा संख्या तीन के अंतर्गत अपरन का स्टोरेशन किया गया है। जहां लगभग 37 नए बोल्डर स्टर्ड निर्माण हैं । अपरन की रीस्टोरेशन समेत नए बोल्डर स्थलों के निर्माण में घोर लापरवाही हुई है । वहीं एनसी घोटाला के प्रयोजन से स्टर्ड निर्माण में मानक का पालन नहीं किया गया है। पत्थर का आकार मानक के विपरीत प्रयोग किया गया है। बोल्डर स्टर्ड के नीचे के दोनों लेयर में सर्वाधिक घोर अनियमितता हुई है और धांधली की गई है । इस एजेंडा में लगभग 11000 एनसी शामिल है। लेकिन एनसी का बचत करके लूट खसोट किया गया है।

एजेंडा संख्या पांच अंतर्गत पीपी तटबंध के जीएच प्रभाव में 0. 8 किमी पर नए स्पर के निर्माण एवं आठ स्टार्डों की रीस्टोरेशन , स्पर चार का नोज रीस्टोरेशन और पार्कोपाइन व एनसी कार्य का कार्य शामिल है । नये स्पर का नोज 12 मीटर वाटर तक एनसी करके बनाया जाना था। लेकिन यह कार्य एक अभियंता ने संवेदक से कथित पेटी कांटेक्टर के तौर पर लेकर कराया है।

-पीपी तटबंध पर कटाव रोधी कार्य में अनियमितता और धांधली के प्रति जिम्मेदार लोगों को चिन्हित करके आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए। बाढ़ पूर्व कराए गए कटाव निरोधक कार्य तटबंध को सुरक्षित रखने में कारगर नहीं हो सकता। जिसका कारण कार्य में धांधली है। सीएम को पत्र लिखकर संवेदक को काली सूची में डालने और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है। -धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह, विधायक, वाल्मीकिनगर


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