Coronavirus: एमआइटी और पॉलीटेक्निक पांच-पांच गांव लेंगे गोद, लोगों को किया जाएगा जागरूक Muzaffarpur News
डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने और विभिन्न क्षेत्रों में रचनात्मक कार्यों के लिए लोगों को किया जाएगा जागरूक। इसके लिए एमआइटी औरपॉलीटेक्निक पांच-पांच निकटवर्ती गांवों को गोद लेगा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एमआइटी मुजफ्फरपुर और गर्वमेंट पॉलीटेक्निक पांच-पांच निकटवर्ती गांवों को गोद लेगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आदेश के आलोक में ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) ने तकनीकी संस्थानों को इसका पत्र जारी कर दिया है। इसमें कहा गया है कि कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए गांवों में किए गए प्रयासों का अध्ययन करना है। साथ ही अर्थव्यवस्था को कैसे गति प्रदान की जाय। इस संबंध में सुझाव भी मांगे गए हैं।
कहा गया है कि लॉकडाउन की अवधि में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से कई प्रयास किए गए हैं। इनके बारे में गोद लिए गए गांवों के लोगों को जानकारी देनी है। साथ ही डिजिटल लेन-देन के बारे में भी लोगों को जागरूक करना है। ई.लर्निंग से विद्यार्थियों को लाभ मिल रहा है। ऐसे में उन्हें भी इस दिशा में लगातार प्रयास करने को कहा है। एआइसीटीई ने कहा है कि इन मुद्दों का गांवों में अध्ययन करें। लॉकडाउन की अवधि में किस गांव में सर्वश्रेष्ठ कार्य किए गए हैं। गांव के लोगों ने इस चुनौती का सामना कैसे किया है।
1918 में आई महामारी के बाद अर्थव्यवस्था में तेजी के दिए जाएंगे उदाहरण
1918 में महामारी एच-1-एन-1 वायरस, स्पेनिश फ्लू इंफ्लुएंजा को कैसे संभाला था और इस महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए क्या उपाय किए गए थे इस पर अध्ययन कर लोगों को इसकी जानकारी देनी है। साथ ही इन गांवों में कृषि, प्रौद्योगिकी, आइटी, चिकित्सा, ऑनलाइन और डिजिटल शिक्षा पद्धति, ई.बिजनेस जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था की गति बनाए रखने के लिए सुझाव भी मांगा गया है।
संस्थानों से पूछा गया है कि अर्थव्यवस्था को गति देने में वे अपनी भूमिका कैसे निभा सकते हैं। इसके लिए डिजिटल समाधान, स्टार्टअप उद्यम, नई मशीनों का विकास समेत अन्य गतिविधियों के माध्यम से अर्थव्यवस्था को गति दे सकते हैं। इसके लिए 15 मई तक एआइसीटीई को मेल पर सुझाव देने को कहा गया है।