छात्र संघ चुनाव को लेकर कुलपति आवास पर हमला
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रचार के दौरान शुक्रवार को दो पक्षों में भिड़ंत हो गई।
मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रचार के दौरान शुक्रवार को दो पक्षों में भिड़ंत हो गई। इस बीच छात्रों के एक गुट ने कुलपति डॉ.अमरेंद्र नारायण यादव के आवास में घुसकर जबरदस्त तोड़फोड़ की और उनपर हमला किया। कुलपति ने कहा कि गनिमत रही कि पत्नी ने मुझे उग्र छात्रों के चंगुल से बचाया अन्यथा कुछ भी हो सकता था। इस क्रम में मेरी पत्नी के हाथ में चोटें भी आई। जिला प्रशासन, सरकार व राजभवन को वस्तुस्थिति से अवगत कराए। कुलपति आवास समेत विश्वविद्यालय कैंपस में मजबूत सुरक्षा की मांग की। तब देर शाम कुलपति आवास पर सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए गए। सुरक्षा में अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई।
हंगामा कर रहे छात्रों का आक्रोश यहीं नहीं थमा। यूनिवर्सिटी कैंपस से लेकर मेन रोड तक जबरदस्त हंगामा किए। हुजूम के साथ एलएस कॉलेज के मुख्य द्वार को बंद कर सड़क पर आगजनी शुरू कर दी। राहगीरों को खदेड़ने लगे। सड़क किनारे दोनों तरफ की दुकानें बंद हो गई। छात्रों के उग्र आंदोलन से अंदर कैंपस में काफी देरतक अफरातफरी का माहौल रहा। इस बीच पूरा कैंपस पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। जिला पुलिस के साथ पारा मिलिट्री फोर्स बड़ी संख्या में तैनात कर दी गई। बावजूद पुलिस प्रशासन काफी देर तक मूकदर्शक बना रहा। उग्र छात्र पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। बाद में एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार व नगर डीएसपी आशीष रंजन ने मोर्चा संभाला। हल्की नोकझोंक व कहासुनी के बाद उग्र छात्रों को शांत करा लिया गया। इधर, मामले में कुल चार प्राथमिकी दर्ज की गई है। कानून हाथ में लेकर उपद्रव करने वाले लोगो की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।
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दोनों पक्षों के ये हैं आरोप
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के कार्यालय मंत्री प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कार्यकर्ताओं को कैंपस में वोट मांगने से रोका जा रहा है। एलएस कॉलेज में उनपर हथियार से लैस अपराधियों ने हमला किया। कैंपस में वोट मांगने नहीं आने की धमकी दी। सूचना के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची तो छात्र आंदोलन पर उतारू हो गए। विश्वविद्यालय संयोजक केशरीनंद शर्मा ने कहा कि हमने पहले ही ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कुलपति से आग्रह किया था लेकिन, उन्होंने समय रहते कार्रवाई नहीं की। वहीं विश्वविद्यालय संघर्ष समिति (वीएसएस) ने अभाविप पर माहौल बिगाड़कर छात्रों को प्रचार से रोकने का आरोप लगाया। कहा कि एबीवीपी बौद्धिकता के साथ नहीं लड़ सकती इसलिए ¨हसा का रास्ता अपना रही है।
ऐसे हुई दोनों पक्षों में भिड़ंत
वीएसएस के छात्रों का कहना था कि एलएस कॉलेज के बीबीए विभाग के छात्र-छात्राओं को लेकर वे लोग सुबह प्रचार के लिए बीसीए विभाग में जा रहे थे। इसी बीच एबीवीपी के कार्यकर्ता वहां पहुंचे। वीएसएस के एक छात्र से उनकी कहासुनी होने लगी। बात बढ़कर मारपीट की नौबत आ गई। वहीं, एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का कहना था कि कुलपति और विश्वविद्यालय थाने में सुनवाई नहीं होने से उनका गुस्सा भड़क गया।
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बयान --
- घटना में चार प्राथमिकी दर्ज की गई है। कानून हाथ में लेकर उपद्रव करने वालों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। नगर डीएसपी के नेतृत्व में टीम कार्रवाई कर रही है।
विवेक कुमार, एसएसपी
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