VIDEO : प्रवासियों के पहुंचने का क्रम जारी, मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी पहुंचीं दो और श्रमिक स्पेशल ट्रेनें
गुजरात से श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुजफ्फरपुर के प्लेटफार्म संख्या एक पर सुबह करीब पांच बजे पहुंची। पूर्व सूचना के मद्देनजर जंक्शन प्लेटफार्म पर सुरक्षा की सख्त व्यवस्था की गई थी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे बिहार के मजदूरों और छात्रों का आना जारी है। इसी क्रम में बुधवार को मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी गुजरात से दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनें पहुंचीं। दोनों में 1200-1200 श्रमिक थे।
सुरक्षा की सख्त व्यवस्था
गुजरात से श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुजफ्फरपुर के प्लेटफार्म संख्या एक पर सुबह करीब पांच बजे पहुंची। पूर्व सूचना के मद्देनजर जंक्शन परिसर और प्लेटफार्म पर सुरक्षा की सख्त व्यवस्था की गई थी। यहां उतरने वाले सभी यात्रियों की जांच की गई। इसके बाद इन्हें संबंधित जिलों की बसों में बैठाया गया। इस दौरान शारीरिक दूरी का पूरा ख्याल रखा गया।
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49 बसों की व्यवस्था
अहमदाबाद के साबरमती रेलवे स्टेशन से 1200 प्रवासियों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन बुधवार सुबह सीतामढ़ी पहुंची। चार मई को यह ट्रेन 09089/09089 साबरमती से चली थी। इस ट्रेन में कुल तीन जनरल व 17 स्लीपर समेत ड्राइवर व गार्ड की मिलाकर कुल 22 बोगियां थीं। यह ट्रेन साबरमती से खुलकर पालनपुर, अबु रोड, अजमेर, जयपुर, बंदीकुई, भरतपुर, टुंडला, कानपुर, बाराबंकी, पनिहवा होते हुए 1731 किलोमीटर की दूरी तय करके सीधे सीतामढ़ी पहुंची। स्टॉपेज के दौरान कहीं भी किसी यात्री को इस ट्रेन में सवार होने की इजाजत नहीं थी। विशेष ट्रेन में सीतामढ़ी जिले के 1075 यात्रियों समेत पूर्वी चंपारण जिले के 84 एवं शेष गोपालगंज के हैं। इन प्रवासियों के लिए 49 बसों की व्यवस्था की गई है। एसडीआरएफ एवं विशेष पुलिस बल के जवानों को पर्याप्त संख्या में प्रतिनियुक्त किया गया है। डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा व एसपी अनिल कुमार इस ट्रेन के इंतजार में मंगलवार पूरी रात से लेकर प्रवासियों को उनके संबंधित प्रखंडों में क्वारंटाइन सेंटरों पर भेजे जाने तक रेलवे स्टेशन पर ही डटे रहे।
दोपहर बाद कोटा से दो और ट्रेन के पहुंचने की संभावना
मुजफ्फरपुर के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि आज दोपहर दो बजकर 10 मिनट तथा शाम सात बजे दो ट्रेन छात्रों को लेकर कोटा से यहां पहुंचेगी। इसके लिए भी सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। यहां आने के बाद सभी की मेडिकल जांच की जाएगी। इसके बाद सभी को एमआइटी स्थिति वाहन कोषांग भेजा जाएगा। वहीं से संबंधित अभिभावक अपने बच्चाें को होम क्वारंटाइन के लिए ले जा सकते हैं।