कोराेना से जंग में निगम प्रशासन लापरवाह, जानिए कैसे महापौर ने खोली कार्यालय के कंट्रोल रूम की पोल Muzaffarpur News
महापौर सुरेश कुमार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए निगम प्रशासन कितना सजग है इसकी पोल खोल दी है। जानिए क्या हुई पूरी घटना
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए निगम प्रशासन कितना सजग है इसकी पोल स्वयं महापौर सुरेश कुमार ने खोल दी है। राज्य के बाहर से आने वाले प्रवासियों, छात्रों एवं देश- विदेश से आने वाले लोगों की जानकारी देने के लिए निगम कार्यालय में कंट्रोल रूम खोला गया है। नगर आयुक्त ने निगम के सभी वार्ड पार्षदों को पत्र लिखकर अपने अपने वार्ड क्षेत्र में आने वाले ऐसे लोगों की जानकारी तत्काल निगम कार्यालय स्थित कंट्रोल रूम को देने का अनुरोध किया था।
गुरुवार को शाम में महापौर ने आम आदमी बनकर नगर आयुक्त द्वारा उपलब्ध कराए गए नंबर पर कंट्रोल रूम को फोन किया। उन्होंने एक मजदूर के आने की जानकारी दी। तो साहब या डीएम साहब से बात करने की सलाह दी गई। महापौर ने किसी अधिकारी से बात कराने को कहा तो 5 मिनट बाद बात करने को कहा गया। महापौर ने कंट्रोल रूम से हुए बातचीत का रिकॉर्ड जारी कर कहा कि इस तरह की अव्यवस्था रही तो कोरोना के संक्रमण से निपटना मुश्किल होगा। उन्होंने नगर आयुक्त से इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई को कहा है। साथ ही कंट्रोल रूम में किसी जिम्मेदार को बैठाने को कहा गया है।
वाहन और इंधन उपलब्ध नहीं, साइकिल से निगम आएंगे महापौर
निगम द्वारा सरकारी वाहन उपलब्ध नहीं कराए जाने पर महापौर सुरेश कुमार नाराज हैं। गुरुवार को उन्होंने नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा को पत्र लिखकर कहा है कि सशक्त स्थाई समिति के निर्णय के बाद भी उनको निगम वाहन इंधन उपलब्ध नहीं कराता तो वह साइकिल से कार्यालय जाएंगे। साथ ही नगर आयुक्त समेत निगम के सभी अधिकारियों की गाड़ी भी छिन ली जाएगी।
महापौर ने पत्र में कहा है कि सशक्त स्थाई समिति ने महापौर, उपमहापौर व स्थाई समिति के सदस्यों को निगम द्वारा चार पहिया वाहन उपलब्ध कराने को कहा था। उसका अनुपालन नहीं किया गया। वहीं नगर आयुक्त ने कहा है कि सरकार से मार्गदर्शन मांगा गया है। निर्देश आने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।