मधुबनी पेंटिंग वाले इस मास्क की मुरीद बॉलीवुड की मस्त गर्ल, रेमंत के लिए प्रसिद्धि व समृद्धि लेकर आईं रवीना
बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने मधुबनी के रेवंत के बनाए मास्क की तारीफ क्या की उनकी तो किस्मत चमक गई है। कोरोना से बचाव के लिए उनके बनाए मास्क में क्या है खास जानिए यहां।
मधुबनी, प्रेम शंकर मिश्र। ''दीज आर ब्यूटीफुल। ऑर्डरिंग माइन नाउ। रेमंत कुमार मिश्रा जी बोहोत अच्छे।'' बॉलीवुड की 'मस्त गर्ल' (Mast Girl) रहीं अभिनेत्री रवीना टंडन (Raveena Tondon) का ये ट्वीट मधुबनी के रहिका प्रखंड के जितवारपुर निवासी रेमंत कुमार मिश्रा के लिए प्रसिद्धि के साथ समृद्धि लेकर आया। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाए गए उनके मधुबनी पेंटिंग (Madhubani Painting) वाले मास्क अब दूर-दूर तक सप्लाई किए जा रहे हैं। आज रेमंत के पास तीन से चार हजार मास्क तैयार हैं। जबकि, ऑर्डर पांच हजार से अधिक हैं। इसे पूरा करने के लिए वे पत्नी व कई कलाकारों के साथ लगातार काम कर रहे हैं।
आम से लेकर खास लोगों तक उपलब्ध करा रहे मास्क
37 वर्षीय रेमंत मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क तैयार कर आम से खास लोगों को उपलब्ध कराने में जुटे हैं। सोशल मीडिया पर उनके ऐसे मास्क पर रवीना टंडन की नजर पड़ गई। उन्होंने ट्वीट में इसकी तारीफ कर दी। फिर क्या था, रेमंत ट्रेंड होने लगे। ऑर्डर पर आर्डर आने लगे। स्थिति यह हो गई कि उन्हेंं मोबाइल स्विच ऑफ करना पड़ा।
एक दर्जन कलाकारों संग रोजाना चार सौ का निर्माण
बीते दो माह में उन्होंने 10 हजार से अधिक मास्क की आपूर्ति की है। इसकी कीमत 50-75 रुपये तक है। बढ़ती मांग को देखते हुए एक दर्जन से अधिक कलाकारों के साथ प्रतिदिन तकरीबन चार सौ मास्क बना रहे हैं।
मधुबनी पेंटिंग से लगाव, हासिल कर चुके कई मुकाम
रेमंत का मधुबनी पेंटिंग से गहरा लगाव रहा है। वे इस क्षेत्र में कई मुकाम हासिल कर चुके हैं। वर्ष 2019 में राज्य सरकार ने उन्हें स्टेट अवार्ड से नवाजा था। मॉरीशस सरकार, पांडिचेरी सरकार तथा गोवा सरकार भी सम्मानित कर चुकी है। रेमंत की पत्नी उषा को भी इस कला में बिहार सरकार सम्मानित कर चुकी है।
देश भर में छटा बिखेर रहीं उनकी बनाई पेंटिंग्स
रेमंत मधुबनी जिले के सौराठ स्थित मिथिला चित्रकला संस्थान में गेस्ट प्रशिक्षक के रूप में भी कला की शिक्षा देते हैं। मधुबनी जिला अतिथि गृह, विद्युत भवन पटना, पावर ग्रिड नई दिल्ली समेत देश के दो दर्जन से अधिक सरकारी, गैर सरकारी प्रतिष्ठानों में इनकी बनाई पेंटिंग छटा बिखेर रही हैं। उन्होंने मधुबनी पेंटिंग के प्रचार-प्रसार के लिए उषा कला केंद्र की स्थापना भी की है।
मास्क के जरिए कलाकारों को दे रहे रोजगार
रेमंत बताते हैं कि बाजार से खादी व सूती कपड़े की खरीदारी करते हैं। फिर दर्जी से मास्क बनवाते हैं। इसपर मछली, अरिपन, सूर्य देवता, तरह-तरह की फूल-पत्ती व पक्षियों की पेंटिंग की जाती है। दो व तीन लेयर वाले मधुबनी पेंटिंग से सजे इस मास्क की मांग के अनुसार आपूर्ति की जा रही है। यह कलाकारों के लिए रोजगार का एक बेहतर साधन है। काजल मिश्रा, चंद्रकला देवी, सपना मिश्रा, अंशु मिश्रा, जुली झा व श्रुति झा आदि इस काम में तन्मयता से जुटी हैं।
रवीना की तारीफ से कलाकारों का बढ़ा मनाबल
मधुबनी पेंटिंग की स्टेट अवार्डी सुनीता कर्ण कहती हैं कि अभिनेत्री रवीना टंडन के मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क की तारीफ से इस कला के कलाकारों का मनोबल बढ़ा है। निश्चित रूप से ऐसे मास्क की मांग भी बढ़ेगी।