मधुबनी में बाल तस्करी रोकने के लिए लांच की जाएगी मैपिंग प्रक्रिया
Madhubani News कठिन परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों की तस्करी एवं बाल श्रमिक के रुप में असुरक्षित पलायन की संभावना देखते हुए शुरू हुई कवायद। कठिन परिस्थिति में रहने वाले बच्चोंं के स्वजनोंं को दिया जाएगा सरकारी योजना का लाभ।
मधुबनी, जेएनएन। जिले में बाल तस्करी को रोकने एवं इससे जुड़े अतिसंवेदनशील परिस्थिति में रहने वाले बच्चों को चिह्नित कर उनके स्वजनों को सरकारी योजनाओं लाभ दिलाने के लिए प्रशासनिक पहल शुरू कर दी गई है। कठिन परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों की तस्करी एवं बाल श्रमिक के रुप में असुरक्षित पलायन की संभावना देखते हुए शुरू हुई यह कवायद शुरू की गई है। जिला पदाधिकारी ने जिला परिषद अध्यक्ष, पुलिस अधीक्षक, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, विशेष किशोर पुलिस इकाई, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य, अवैध मानव व्यापार रोकथाम इकाई, श्रम अधीक्षक, जिले के सभी प्रखंड प्रमुख, जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को इस बाबत पत्र भेजा है।
इस पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी के कारण जिले में बहुत सारे प्रवासी श्रमिक एवं उनके बच्चे वापस आए हैं। इस पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि आने वाले समय में कठिन परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों की तस्करी एवं बाल श्रमिक के रुप में असुरक्षित पलायन होने की प्रबल संभावना है। इस परिस्थिति में बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिले में बच्चों का भेद्यता मानचित्र मैपिंग करने एवं उनके स्वजनों को सरकारी योजना से जोड़ने की आवश्यकता है।
इस संबंध में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग आठ दिसंबर को दोपहर बारह बजे से तीन बजे के बीच उन्मुखी कार्यक्रम एवं भेद्यता मानचित्र मैपिंग प्रक्रिया को लांच करेंगे। इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से शामिल होने के लिए उक्त पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को लिंक भी पत्र के माध्यम से भेज दिया गया है।