Move to Jagran APP

शहर के कचरा से जहरीली हुई ग्रामीण क्षेत्र की हवा, एक दर्जन गांवों में बढ़ा मक्खियों का प्रकोप

गंदगी के कारण गांवों में बढ़ा कीड़े-मकोड़े व मक्खियों का प्रकोप, ग्रामीणों ने की जिलाधिकारी से शिकायत, आंदोलन की चेतावनी

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 04:34 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 04:34 PM (IST)
शहर के कचरा से जहरीली हुई ग्रामीण क्षेत्र की हवा, एक दर्जन गांवों में बढ़ा मक्खियों का प्रकोप
शहर के कचरा से जहरीली हुई ग्रामीण क्षेत्र की हवा, एक दर्जन गांवों में बढ़ा मक्खियों का प्रकोप

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर के कचरे का असर कई गांवों पर पड़ रहा है। शहर के कचरा को ग्रामीण इलाकों में डंप करने के बाद इसे जलाने से हवा जहरीली हो गई है। लोगों को सांस लेने में परेशानियां होने लगी है। इसका व्यापक असर गांवों में देखने को मिल रहा है। शहर के कचरे से गांव में गंदगी बढ़ गई है। इस कारण कई प्रकार के मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।

loksabha election banner

    कई गांव के लोग मच्छरों के शिकार हो चुके है। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो बीमारी अपना पूरा रंग दिखाना शुरू कर सकती है। कचरा के कारण रौतनिया समेत मड़वन प्रखंड के एक दर्जन गांव के लोग बीमार हो रहे।

हजारों टन कचरा हो रहा डंप

हजारों टन कचरा डंप होने से रौतनिया, पकड़ी, बथना, गोडिय़ारा, बंगरी-बंगाही, सलाहपुर, कोदरिया, मड़वन, दारापट्टी, जीवछ, रक्शा, भोज, भटौना, करजा, चैनपुर, नेजामुद्दीन, कोदरिया आदि गांवों में कीड़े-मकोड़े एवं मक्खियों का प्रकोप बढ़ गया है। वहीं, कचरे के जलने से इलाके की हवा जहरीली हो गई, जिससे ग्रामीणों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। इतना ही नहीं कचरे के साथ मरे जानवरों को फेंके जाने से आसपास का वातारण दूषित हो चला है।

शिकायतों के बाद भी नहीं बंद हो रहा कचरे को डंप करना

शिकायतों के बाद भी वहां निगम कचरा डंप करना बंद नहीं कर रहा है और न ही वहां डंप कचरे को निष्पादन कर रहा है। पर्यावरण बचाव, जीवन बचाव संघर्ष समिति रौतनिया ने सैकड़ों ग्रामीणों का हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन देकर कचरा डंपिंग स्थल को बंद करने का अनुरोध किया है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि निगम प्रशासन ने कचरा डंप करना बंद नहीं किया तो एक गांव के लोग आंदोलन को बाध्य होंगे।

कचरे से निपटने को गंभीर नहीं हो रहा निगम

शहर से प्रतिदिन दो सौ टन से अधिक कचरा निकलता है। कचरे का अधिकतर भाग शहर से दूर मड़वन प्रखंड के रौतनिया गांव स्थित निगम की निगम की जमीन पर डंप किया जाता है। वहां कचरे का पहाड़ खड़ा हो गया है। निगम द्वारा वहां डंप किए जाने वाले कचरे का उपचार नहीं किया जाता है। जिस तरह से ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ते जा रहा है, वहां कचरे की डंपिंग बंद हो सकती है। डंपिंग बंद होने पर निगम के सामने कचरे को ठिकाना लगाने की चुनौती होगी। लेकिन, इस चुनौती से बेखबर निगम मौन है। समय रहते समस्या से निपटने की तैयारी भी निगम नहीं कर रहा है।

जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन को किया सचेत

मड़वन पंचायत समिति के प्रमुख मकदूमपुर कोदरोया एवं महम्मदपुर पंचायत के मुखिया ने भी लोगों की शिकायत को सही ठहराया है। उन्होंने भी कचरे से होनेवाली परेशानी से ग्रामीणों को मुक्त कराने का अनुरोध किया है।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.