मानिकपुर गांव बिजली की रोशनी से जगमग नहीं, विकास में भी पीछे Muzaffarpur News
06 महीने में निजी कंपनी ने लगाए महज आधा दर्जन पोल। खेत में पड़ा ट्रांसफॉर्मर. ग्रामीणों की शिकायत पर भी कोई सुनवाई नहीं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। वर्ष 2019 भी बीत रहा है, लेकिन मीनापुर प्रखंड की मकसूदपुर पंचायत का मानिकपुर गांव बिजली की रोशनी से जगमग नहीं हो सका। विद्युतीकरण के लिए यहां छह महीने में मात्र आधा दर्जन पोल ही लगाए जा सके हैं।
वहीं ट्रांसफॉर्मर को खेत में ही रखकर छोड़ दिया गया है। ग्रामीण व अधिवक्ता रामाशंकर राय ने बताया कि पिछले महीने रामदयालु स्थित विद्युत कार्यालय में कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया गया। इसके पहले दर्जनों बार विभाग के अधिकारियों से फोन पर तथा आवेदन देकर गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन, इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई। गांव की आबादी करीब 800 है। सभी लोग अंधेरे में रहने को विवश हैं। प्रत्येक गांव तक बिजली पहुंचाने के केंद्र व राज्य सरकार के लक्ष्य का आला अफसरों पर असर नहीं दिखाई दे रहा है। वहीं, समेकित ऊर्जा विकास योजना के तहत शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कई निजी कंपनियां काम कर रही हैं।
छह महीने से जला पड़ा ट्रांसफॉर्मर
मीनापुर के कोइली गांव में छह महीने से ट्रांसफॉर्मर जला पड़ा है। ग्रामीण बिजली विभाग से लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। छात्र राजद के जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने बताया कि यहां की करीब 500 की आबादी बिजली की समस्या से जूझ रही है।
प्रोजेक्ट के कार्यपालक अभियंता विजय कुमार ने कहा कि निजी कंपनियों द्वारा गांव-गांव में विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। मानिकपुर गांव में भी काम चल रहा है। जल्द ही उक्त गांव में बिजली बहाल कर दी जाएगी।