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मधुबनी की इस महिला ने अनजाने में शुरू किया समाज सेवा का काम, आज उनके चेहरे पर झलकती खुशी

निजी खर्च पर समाज सेवा की राह पर चल पड़ी दीप्ति पांच वर्षों में हजारों लोगों की कर चुकी सेवा। छठ पूजा का मौका हो या विपदा दीप्ती पीछे नहीं हटती। कोरोना के समय जरूरतमंदों के लिए आवश्यक सामान की आपूर्ति के लिए अपने स्तर से सेवा करती रही।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 07:52 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 07:52 AM (IST)
मधुबनी की इस महिला ने अनजाने में शुरू किया समाज सेवा का काम, आज उनके चेहरे पर झलकती खुशी
पिछले पांच वर्षों से समाज सेवा के साथ-साथ बच्चों के शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रही है।

मधुबनी, जेएनएन। कई बार कुछ अच्छा अनजाने में हो जाता है। मधुबनी की दीप्ति के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। जीवन के खट्टे मीठे अनुभव की ऐसी परिस्थिति बन जाती है कि दीप्ति राउत के जीवन में एक नया मोड़ आता है और वह वह समाज सेवा के क्षेत्र की ओर मुड़ जाती है। इस दिशा में दीप्ति को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ा, मगर कठिनाइयों के बीच भी समाज सेवा से मिलने वाली खुशी उनके चेहरे पर झलकती रहती है।

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 शहर के बड़ा बाजार निवासी दीप्ति रावत पिछले पांच वर्षों से समाज सेवा के साथ-साथ बच्चों के शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रही है। अपने निज खर्च पर समाज सेवा की राह पर चल पड़ी दीप्ति पांच वर्षों में हजारों लोगों की सेवा कर चुकी है। वस्त्र, आवश्यक वस्तु का लाभ पहुंचाते दीप्ती सदैव जरुरतमंद की ओर मुखातिब रहती है। छठ पूजा का मौका हो या फिर किसी प्राकृतिक विपदा के समय, दीप्ती मानव सेवा से पीछे नहीं हटती। कोरोना वायरस के समय जरूरतमंदों के लिए आवश्यक सामान की आपूर्ति के लिए दीप्ति अपने स्तर से निरंतर लोगों की सेवा करती रही। दीप्ति का कहना है कि मानव सेवा क्षेत्र में सक्षम लोगों को आगे आना चाहिए। 


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