मधुबनी स्टेशन गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में, कलाकारों को मिला प्रमाण पत्र Madhubani News
स्टेशन को मधुबनी पेंटिंग से सजाने वाले 225 कलाकारों को भी मिला प्रमाण पत्र। मिथिला की कला-संस्कृति के संवद्र्धन और विकास के लिए सरकार संकल्पित कृषि मंत्री।
मधुबनी, जेएनएन। मुक्त आकाश में सबसे बड़ी मिथिला आर्ट गैलरी के लिए शुक्रवार को मधुबनी स्टेशन को गोल्डेन बुक ऑफ वल्र्ड रिकाड्र्स का प्रमाण-पत्र मिला। नगर भवन में आयोजित कार्यक्रम में स्टेशन पर मिथिला पेंटिंग बनाने वाले करीब 225 कलाकारों को भी प्रमाण-पत्र दिए गए। मुख्य अतिथि कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार मिथिला की कला-संस्कृति के संवद्र्धन, विकास के लिए संकल्पित है। एनडीए सरकार में मधुबनी पेंटिंग, मैथिली भाषा, पाग के अलावा अन्य चित्रकला, हस्तकला के विकास के लिए लगातार कार्य हुए हैं। मिथिल चित्रकला के लिए विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले कलाकारों का अभिनंदन करता हूं।
कार्यक्रम को पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा, विधान पार्षद सुमन महासेठ आदि ने भी संबोधित किया। ऐयो मार्केट रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड, वामदेव योगा साइंस एंड रिसर्च सेंटर के संयुक्त तत्ववाधान में आयोजित कार्यक्रम में गोल्डेन बुक ऑफ वल्र्ड रिकाड्र्स के मनीष विष्णोई ने मधुबनी स्टेशन को प्रमाण पत्र देने की घोषणा की। मौके पर ऐयो मार्केट रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर अनिल कुमार झा, वामदेव योगा साइंस एंड रिसर्च सेंटर के योगाचार्य रवि व्योम शंकर झा, पद्मश्री गोदावरी दत्ता, कलाकार मैथिली ठाकुर आदि रहे। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।