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Madhubani News: निगरानी जांच के लिए 222 नियोजित शिक्षकों का नहीं मिला मैट्रिक का प्रमाण पत्र

Madhubani Newsनिगरानी अन्वेषण ब्यूरो के सहायक जांचकर्ता ने डीपीओ-स्थापना से किया प्रमाण पत्र तलब निगरानी जांच के लिए मैट्रिक का अंक पत्र मूल प्रमाण पत्र पंजीयन एवं प्रवेश पत्र मांगा मामला नियोजन वर्ष 2003 से 2015 तक में नियोजित हुए शिक्षकों से जुड़ा।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 03:30 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 03:32 PM (IST)
Madhubani News: निगरानी जांच के लिए 222 नियोजित शिक्षकों का नहीं मिला मैट्रिक का प्रमाण पत्र
श‍िक्षकों के प्रमाण पत्रों की अब तक नहीं हुई जांच। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

मधुबनी, जासं। जिले में नियोजन वर्ष 2003 से लेकर वर्ष 2015 तक में नियोजित हुए सभी पंचायत शिक्षकों एवं प्रखंड शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की निगरानी जांच अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है। इसका मुख्य कारण उक्त सभी नियोजित शिक्षकों का प्रमाण पत्र जांच के लिए निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को उपलब्ध नहीं कराया जाना है। जिले के विभिन्न प्रखंड नियोजन इकाई एवं विभिन्न पंचायत नियोजन इकाई में उक्त नियोजन वर्षों में नियोजित प्रखंड शिक्षकों एवं पंचायत शिक्षकों में से 222 प्रखंड शिक्षकों व पंचायत शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को मैट्रिक का विभिन्न प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया है। जिस कारण 222 नियोजित शिक्षकों के मैट्रिक के विभिन्न प्रमाण पत्रों की निगरानी जांच नहीं हो पाई है।

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निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना के पुलिस निरीक्षक सह सहायक जांचकर्ता ने मधुबनी के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी-स्थापना से किया है अनुरोध किया है कि मधुबनी जिले के 222 नियोजित शिक्षकों के मैट्रिक का विभिन्न प्रमाण पत्र जांच करने के लिए उपलब्ध कराया जाए। जिन 222 नियोजित शिक्षकों के मैट्रिक का अंक पत्र, मूल प्रमाण पत्र, पंजीयन एवं प्रवेश पत्र जांच करने के लिए उपलब्ध कराने को कहा गया है, उन नियोजित शिक्षकों की सूची भी डीपीओ-स्थापना को भेज दी गई है। उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय, पटना द्वारा सीडब्ल्यूजेसी संख्या-15459/2014 रंजीत पंडित एवं अन्य बनाम बिहार सरकार में पारित आदेश के आलोक में नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा शुरू किया गया था। लेकिन, यह जांच अब तक पूर्ण नहीं हो पाई है।

जांच के लिए प्रखंडों से मांगा गया प्रमाण पत्र 

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बासोपट्टी प्रखंड के 33 नियोजित शिक्षकों, बेनीपट्टी के 28, लखनौर के 22, राजनगर के 21, बाबूबरही के 15, फुलपरास के 14, मधेपुर के 13, खजौली के 11, हरलाखी के 10, पंडौल के नौ, मधवापुर एवं लदनियां के आठ-आठ, अंधराठाढ़ी के सात, कलुआही के पांच, बिस्फी के चार, घोघरडीहा, खुटौना, झंझारपुर एवं जयनगर के तीन-तीन और लौकही प्रखंड के दो नियोजित शिक्षकों के मैट्रिक का अंक पत्र, मूल प्रमाण पत्र, पंजीयन एवं प्रवेश पत्र निगरानी जांच के लिए तलब किया गया है।


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