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सरकार ने की उपेक्षा तो जनसहयोग से चचरी बना आवागमन किया चालू

साहेबगंज में गंडक नदी के कटाव से अवरुद्ध आवागमन को चालू कराने में सरकार ने उपेक्षा की तो सामाजिक कार्यकर्ता ने निजी कोष से चचरी बनवाकर 15 सौ की आबादी का आवागमन चालू कराया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 01:18 AM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 01:18 AM (IST)
सरकार ने की उपेक्षा तो जनसहयोग से चचरी बना आवागमन किया चालू
सरकार ने की उपेक्षा तो जनसहयोग से चचरी बना आवागमन किया चालू

मुजफ्फरपुर : साहेबगंज में गंडक नदी के कटाव से अवरुद्ध आवागमन को चालू कराने में सरकार ने उपेक्षा की तो सामाजिक कार्यकर्ता ने निजी कोष से चचरी बनवाकर 15 सौ की आबादी का आवागमन चालू कराया। बता दें कि गंडक नदी की गोद में बसा हुस्सेपुर नयाटोला का संपर्क मार्ग में कटाव होने के कारण भंग हो चुका था। नाव ही आवागमन का सहारा रह गया था। लेकिन, नाव की किल्लत से ग्रामीणों को गाव से बाहर निकलने में परेशानी हो रही थी। बाहर से आने वालों को घर तक पहुंचना कठिन हो गया था। बाढ़ का पानी निकलने के बावजूद गंडक नदी के पानी से घिरे हुस्सेपुर नया टोला के लोग अपने ही घर में कैद थे। जब सरकार कटाव स्थल पर पुल नहीं बना सकी तो हुस्सेपुर निवासी ईंट भट्ठा व छड़- सीमेंट व्यवसायी सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश कुमार सिंह ने अपने निजी कोष से बास-बल्ला खरीदा तथा दर्जनों मजदूर को लगाकर दो दिन में सौ फीट की लंबी चचरी बनावा कर आमलोगों को समíपत कर दिया। इससे लोगों का बंद आवागमन सुचारु हो गया। गाव के पप्पू खा ने वताया कि चचरी चालू होने से नया टोला गाव के लोगों का जीवन सामान्य हो गया।

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सड़क पर जलजमाव से राहगीरों को परेशानी

कुढ़नी प्रखंड अंतर्गत छितरौली पंचायत के छितरौली गाव स्थित वार्ड आठ में सड़क पर जलजमाव से ग्रामीण समेत राहगीरों को परेशानी हो रही है। कई ग्रामीण सड़क पर गिरकर चोटिल भी हो गए। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत मुखिया प्रतिनिधि रहमते आलम उर्फ रंगीले व सरपंच से भी की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। स्थानीय जनप्रनिधियों की मानें तो जलजमाव के लिए ग्रामीण भी जिम्मेवार हैं। सड़क के दोनों तरफ मिट्टी भरकर निकासी का रास्ता बंद कर दिया गया है जिससे जलजमाव की स्थिति पैदा हुई है।


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