Luxury car तो ठीक है मगर, School Bus की बात ही कुछ और थी, प्रभात तारा के पूर्ववर्ती छात्रों ने पुराने दिनों को ऐसा किया याद
प्रभात तारा के 1995 बैच के छात्रों की ओर से आयोजित पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह का आयोजन शहर के एक होटल में किया गया। जिसमें राज्य व राज्य से बाहर रहने वाले 40 छात्र जुटे।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अरे कल्पना तुम कितनी बदल गई..! ऋचा तुमको याद है, सिस्टर लिली ने हमलोगों को अपने बर्थ डे का केक खिलाया था? बिल्कुल याद है। चलो अपने क्लास रूम को देखते हैं..। जो अनुशासन प्रभात तारा से सीखने को मिला उसका लाभ अब जीवन में हर जगह मिल रहा है। यार देवेश, तुम इन दिनों क्या कर रहे हो? क्या करना है बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहा हूं। एक बात कहूं , लंदन में रहता जरूर हूं लेकिन वहां भी प्रभात तारा की पढ़ाई की बात होती है। यहां जो नैतिक शिक्षा मिली वह कहीं भी नहीं मिल सकती। कुछ इस तरह की बातें प्रभात तारा के 1995 बैच के छात्रों की ओर से आयोजित पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह में सुनने को मिलीं।
शहर के एक होटल में राज्य व राज्य से बाहर रहने वाले 40 छात्र जुटे तथा पुराने यादों को ताजा किया। केक काटे, गाना गाया और साथ-साथ खाना खाकर विदा हुए। पूर्व प्राचार्य सिस्टर लिली के संदेश को पढ़ा गया। नहीं मिला गोलगप्पा वाला स्कूल परिसर पहुंचे छात्रों ने पूरी मस्ती कर पुराने दिनों की याद करते हुए वहां पौधारोपण किया। रश्मि व ऋृचा को पुरानी बात याद आई और वे निकल पड़ीं गोलगप्पा की दुकान देखने। जब बाहर निकलीं तो याद आया कि आज तो रविवार है। कहा, चलो केक ही खाकर संतोष करते हैं। यह तो पहला मिलन समारोह है आगे जब भी मिलना होगा तो गोलगप्पा पार्टी भी होगी।
स्कूल बस का उठाया आनंद सेमफार्ड स्कूल की निदेशक ऋचा शर्मा ने अपनी दोस्त रश्मि व ऋचा मिश्रा संग स्कूल बस की सवारी करते हुए पुराने दिनों को याद किया। सबने कहा कि जल्दी से क्लास से भागकर निकलना कितना अच्छा लगता था। अब तो सबके पास अपनी महंगी कार लेकिन, छात्र जीवन में बस का आनंद कुछ और होता था। बस पर सवार सभी लोगों ने बचपन की याद ताजा करते हुए कोई बस के गेट पर बैठने तो कोई ड्राइवर सीट तो पिछली सीट पर बैठकर आनंद उठाया। इनकी रही भागीदारी कार्यक्रम संयोजक मोतिहारी के देवेश कुमार, कोर कमेटी सदस्य रश्मि, श्वेता, सोनाली, रंजीत चौधरी, राहुल, प्रियंका सोनी ने सबका स्वागत किया। इसमें आरबीआइ अधिकारी अमित कुमार, रेल मंत्रालय के विजलेंस अधिकारी अवधेश कुमार, नीतेश आनंद, सुदीप कुमार आदि शामिल हुए।