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होटल में मौज-मस्ती करने के लिए कम पड़े पैसे तो दोस्तों के साथ मिलकर किया ये अपराध

गिरफ्तार सूरज को होटल में मौज-मस्ती करने व पत्नी को होटल में खाना खिलाने के लिए कम पड़े पैसे। दिया अपहरण की घटना को अंजाम।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 11:27 PM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 08:24 AM (IST)
होटल में मौज-मस्ती करने के लिए कम पड़े पैसे तो दोस्तों के साथ मिलकर किया ये अपराध
होटल में मौज-मस्ती करने के लिए कम पड़े पैसे तो दोस्तों के साथ मिलकर किया ये अपराध

मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। अच्छा कपड़ा पहनना और होटल में मौज-मस्ती करने की आदत ने अपहरण करने पर मजबूर कर दिया। मिठनपुरा इलाके से अपहृत आभूषण कारीगर रेयाज को नगर क्षेत्र के बालूघाट से शुक्रवार की देर रात बरामदगी के बाद गिरफ्तार अपहर्ता गिरोह का मास्टर माइंड सूरज ने पुलिस पूछताछ में कई महत्वपूर्ण बातें बताईं। कहा कि वह बीकॉम पास है। पिता जेल पुलिस में थे। लेकिन, छंटनीग्रस्त हो गए। इनदिनों पैसे का अभाव हो गया था। इस कारण मौज- मस्ती नहीं हो रही थी। प्रतिदिन होटल में मौज-मस्ती करना व पत्नी को होटल में खाना खिलाने की आदत हो गई थी। लेकिन, पैसे के अभाव के कारण बहुत परेशान चल रहे थे।

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ली दोस्‍तों की मदद

इसी बीच दोस्त दीपक कुमार सोनी से भेंट हुई। उसने कहा कि आभूषण कारीगर रेयाज से लेन-देन का विवाद है। इसलिए उसका अपहरण करना है और दो लाख फिरौती लेकर उसे रिहा करेंगे। इस पर सहमति बनने के बाद हमलोगों ने मिलकर अपहरण का प्लान बनाया। हमलोगों की जुए के अड्डे पर दोस्ती हुई थी। सभी लोग हर दिन जुआ भी खेलते हैं। घटना को अंजाम देने के लिए दीपक ने छोटू से बुलेट की मांग की। बुलेट लेकर दीपक के साथ सूरज जेल चौक पर आया। वहीं पर रेयाज को दीपक ने कॉल कर बुलाया और हथियार दिखाकर उसका अपहरण कर लिया।

पास से हथियार बरामद

अपहरण करने के बाद उसके साथ मारपीट की और सिगरेट से शरीर पर दाग दिया। इसके बाद कारीगर के भाई के मोबाइल पर कॉल कर रेयाज के अपहरण की बात बताते हुए दो लाख रुपये की मांग की। घटना के बाद परिजन परेशान हो गए। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने परिजन बनकर अपहर्ताओं से बात की। इसके बाद लोकेशन लेकर अपहरण के करीब नौ घंटे के भीतर अपहृत को बालूघाट इलाके से सकुशल बरामद कर लिया गया। पुलिस ने अपहरण में शामिल सूरज कुमार को लोडेड देसी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया। इसके अलावा उसके अन्य सहयोगी चंदेश्वर सहनी व उसका पुत्र राज कुमार सहनी, रोहित सहनी, बिरू कुमार, छोटू कुमार व शातनु कुमार उर्फ सन्नी को भी गिरफ्तार किया गया। इन सभी को रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। हालांकि दीपक अबतक फरार है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा पूर्व की घटनाओं में भी इन सभी की संलिप्तता को लेकर रिकार्ड खंगाली जा रही है।

 मुजफ्फरपुर एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि अपहर्ताओं को स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने की कवायद की जाएगी। इसके लिए ठोस साक्ष्य मौजूद है। शीघ्र चार्जशीट दायर कर आगे की कवायद का निर्देश दिया गया है।  


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