मालगाड़ी का लोको पायलट बेहोश
लोको पायलट राजीव रंजन कुमार मालगड़ी के इंजन में बेहोश हो गए।
मुजफ्फरपुर। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के बैनर तले बुधवार को दूसरे दिन भूखे रहकर ड्यूटी करने वाले लोको पायलट राजीव रंजन कुमार मालगड़ी के इंजन में बेहोश हो गए। कर्मियों ने उन्हें इंजन से उठाकर स्टेशन तक पहुंचाया। कपरपुरा स्टेशन अधीक्षक से डॉक्टर की व्यवस्था करने की मांग की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसके बाद सहायक लोको पायलट चंदन चौरसिया व गार्ड सुमन कुमार सिंह ने कर्मी को ग्लूकोज पिलाया। इसके बाद ड्यूटी छोड़कर सवारी ट्रेन से मुजफ्फरपुर लौट गए। कर्मियों ने कहा कि उन्हें मुजफ्फरपुर से कपरपुरा ड्यूटी के लिए भेजा गया। कपरपुरा से मालगाड़ी लेकर जाने के लिए मेमो मिल गया। इंजन पर चढ़ने के बाद ओके किया गया। इसके बाद सिग्नल मिलने के बाद मालगाड़ी के खुलते ही वे बेहोश हो गए। दूसरे लोको पायलट की तैनाती की गई। वहीं रेलवे प्रशिक्षण केंद्र में भूखे रहकर पढ़ाई करने वाले प्रशिक्षु लोको पायलट कृष्ण मोहन यादव क्लास में बेहोश हो गया। इससे अफरातफरी मच गई। कर्मियों ने तुरंत इलाज करवाया। इससे बीच में ही क्लास को रोक दिया गया। इससे भी कर्मियों का गुस्सा फूटा और प्रशिक्षण केंद्र के मेन गेट पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी। साथ ही सोनपुर मंडल के डीआरएम कार्यालय के समीप धरना प्रदर्शन कर रहे लोको पायलट झून्नू कुमार की तबीयत बिगड़ गई। कर्मियों ने डॉक्टर से इलाज करवाया। एसोसिएशन के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य ने कहा कि मुख्य मांग माइलेज दर आरएसी-1980 सिद्धांत के अनुसार निर्धारित करने व सेवानिवृत्त रनिंग स्टाफ की पेंशन निर्धारण की विसंगतियों को दूर करने का है। प्रशासन लंबित मांगों पर विचार नहीं कर रहा है। दूसरे दिन उपवास रहकर कर्मियों ने काम किया। इसमें विभिन्न जगहों पर चार से पांच लोको पायलटों की तबीयत खराब हो गई है। उसका उपचार करवाया जा रहा है। यह विरोध 19 जुलाई की सुबह नौ बजे खत्म होगा। इसके बावजूद प्रशासन की नींद नहीं टूटने पर आंदोलन तेज किया जाएगा।