एक ओर Lockdown तो दूसरी ओर हवा का प्रदूषण छू रहा शिखर, जानें अपने शहर में क्या है स्थिति
देश का सर्वाधिक प्रदूषित रहा मुजफ्फरपुर। पटना और मुजफ्फरपुर में मानक से चार-पांच गुना अधिक प्रदूषण। 241 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रही मुजफ्फरपुर में सूक्ष्म धूलकण की मात्रा।
मुजफ्फरपुर/पटना, जेएनएन। सूबे में Lockdown के बावजूद पटना व मुजफ्फरपुर में प्रदूषण की मात्रा मानक से चार-पांच गुना ज्यादा रही। रविवार को मुजफ्फरपुर देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। यहां 241 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर सूक्ष्म धूलकण की मात्रा रिकॉर्ड की गई। वहीं राजधानी में यह आंकड़ा 190 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा। राज्य में गया में सबसे कम 118 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर सूक्ष्म धूलकण की मात्रा रिकॉर्ड की गई। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नवीन कुमार के अनुसार राजधानी में प्रदूषण की मात्रा में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। लेकिन राज्य के अन्य क्षेत्रों की हवा में प्रदूषण बना हुआ है।
सड़कों पर धूल बड़ा कारण
विशेषज्ञों के अनुसार राज्य में सड़कों के किनारे पड़ी धूल हवा में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है। बिहार में उद्योगों का अभाव है, इसलिए यहां की हवा में रासायनिक गैसों की मात्रा कम है। हवा में सूक्ष्म धूलकण की मात्रा के कारण लोगों की परेशानी हो रही है।
सांस की बीमारियों का खतरा
राजधानी की हवा में सूक्ष्म धूलकण की मात्रा बढऩे से सांस संबंधी बीमारियों की समस्या दिनोंदिन बढ़ रही है। खासकर अस्थमा या दमा की समस्या में इजाफा हो रहा है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बीएन तिवारी के अनुसार हवा में सूक्ष्म धूलकण की मात्रा बढऩे से बच्चों में दमा संबंधी समस्या पैदा हो रही हैं। उनमें एलर्जी की समस्या भी होने लगी है।