Lockdown Bihar: लॉकडाउन में श्राद्ध का भी बदला तरीका, होम डिलेवरी कर कराया भोजन
Lockdown Bihar कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन के बीच एक परिवार ने श्राद्ध का भोज कराने का अनाेखा तरीका अपनाया। यह श्राद्ध बिहार के मधुबनी जिले में संपन्न हुआ।
मधुबनी, जेएनएन। Lockdown Bihar: कोरोना (CoronaVirus) संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जारी लॉकडाउन (Lockdown) ने लोगों की जिंदगी ही बदल दी है। कई ऑनलाइन शादियाें (Online Marriages) की खबरें आईं। अब एक खबर श्राद्ध (Shradhha) की भी है। मधुबनी के झंझारपुर में मृतात्मा की शांति के लिए श्राद्ध के बाद लॉकडाउन के कारण सामूहिक भोज नहीं दिया जा सका। तब स्वजनों ने आमंत्रित लोगों के घरों तर भोजन पहुंचा (Home Delivery) दिया। इस प्रक्रिया के दौरान फिजिकल डिस्टेंसिंग (Physical Distensing) व स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा गया।
लॉकडाउन में पिता श्राद्ध के लिए निकाला यह रास्ता
मिली जानकारी के अनुसार झंझारपुर प्रखंड के बेलराही गांव निवासी कमलेश ठाकुर के पिता का बीते दिनों निधन (Death) हो गया। लॉकडाउन के कारण अंतिम संस्कार (Last Rite) में गिनती के लोग ही जा सके। आगे श्राद्ध कर्म के बाद सामूहिक भोज (Community Bhoj) कराने की इच्छा थी, जिसे पूरा करने के लिए यह रास्ता निकाला गया।
लोगों के घरों में ही पहंचा दिया श्राद्ध भोज का खाना
कमलेश ठाकुर ने कहा कि लॉकडाउन व फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए श्राद्ध का भोज देना था। लोगों को बुलाना संभव नहीं था। इसलिए परिवार ने फैसला किया कि भोजन सामग्री बनाकर सबों के घरों में पहुंचा दी जाए। ताकि भीड़ नहीं लगे और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके।
कर्म कांड के दौरान भी फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन
श्राद्ध भोज के पहले कर्म कांड के दौरान भी फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन किया गया। पंडित और नाई सहित कर्मकांड में शामिल सभी लोगाें को पहले सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ा। फिर, मास्क लगाकर कर्मकांड किया गया।
नहीं फैली गंदगी, पहले लग जाता था कचरे का अंबार
इस श्राद्ध की ,खास बात यह रही कि गंदगी नहीं फैली। कोरोना काल से पहले ऐसे भोज के बाद कचरे (Garbage) का अंबार लग जाता था, लेकिन भोजन की होम डिलेवरी (Home Delivery) से गंदगी नहीं फैली।