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बाजार में टूटती दिखी लॉकडाउन की 'लक्ष्मण रेखा'

प्रशासनिक सख्ती के बाद महंगाई और कालाबाजारी पर लगाम जरूर लगी है लेकिन लॉकडाउन की लक्ष्मण रेखा टूटती नजर आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 12:39 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 06:14 AM (IST)
बाजार में टूटती दिखी लॉकडाउन की 'लक्ष्मण रेखा'
बाजार में टूटती दिखी लॉकडाउन की 'लक्ष्मण रेखा'

मुजफ्फरपुर : प्रशासनिक सख्ती के बाद महंगाई और कालाबाजारी पर लगाम जरूर लगी है, लेकिन लॉकडाउन की 'लक्ष्मण रेखा' टूटती नजर आ रही है। रविवार को शहर के विभिन्न बाजारों में अहले सुबह ही ग्राहकों को भीड़ उमड़ पड़ी। कटही पुल और नया टोल टेक्निकल चौक समेत विभिन्न सब्जी बाजार ग्राहकों से पटे नजर आए। सब्जी और फल बाजार में उमड़ी लोगों की भीड़ के बीच कोई दूरी नही दिखी। ग्राहक और दुकानदार एकदम करीब नजर आए। सुरक्षा के नाम पर ग्राहक जरूर मास्क पहने दिखाई दिए। हालांकि, किराना समेत अन्य दुकानों पर डिस्टेंसिंग का पालन होता दिखा। दुकानदारों द्वारा दुकान के आगे रस्सी लगाकर ग्राहकों से दूरी बनाने की पहल जारी रही। इधर, प्रशासनिक सख्ती के बाद उपभोक्ता सामग्री की कीमतों में कमी आई है। हालांकि, दुकानदार अब भी प्रशासन द्वारा तय दर से अधिक कीमत उपभोक्ताओं से वसूल रहे हैं। कुछ जगहों पर मुनाफाखोरी चल रही है। हालांकि, कालाबाजारी की सूचना और आवश्यक वस्तु पर नियंत्रण को लेकर डीएम के निर्देश पर अधिकारियों की टीमें शहर के कई इलाकों का दौरा कर दुकानों व गोदामों की जांच की।

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आवक जारी, मांग में गिरावट

जिले में उपभोक्ता सामग्री की आवक लगातार जारी है, लेकिन मांग में गिरावट आ रही है। यही वजह है कि अब उपभोक्ता सामग्री की कीमतें भी लगातार कम हो रही हैं। बाजार समिति में रविवार को बंगाल और नासिक से 20 ट्रक प्याज की खेप पहुंची। लेकिन, कोई खरीदने नहीं आया। ट्रैक्टर पर आलू की भी खेप पहुंची, लेकिन खरीदार नहीं मिला।

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आलू-प्याज समेत हरी सब्जियों की कीमतों में गिरावट

जिले में आलू-प्याज समेत हरी सब्जियों की कीमतों में भी कुछ गिरावट रही। बाजार में आलू 24 रुपये किलो, प्याज 30 से 32, परवल 50 से 60, भिंडी 30 से 40, करेला 40, बैगन 40, हरी मिर्च 50, हरी धनिया 100, टमाटर 20, बीन 30 और कद्दू 20 से 40 रुपये प्रति किलो बिका।

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पुलिसिया सख्ती जारी

अहले सुबह से ही लोग खरीदारी करने को उमड़ पड़े। कई इलाकों में दोपहर 12 बजे तक खरीदारी होती रही। हालांकि, सुबह दस बजे के बाद से पुलिसिया सख्ती बढ़ गई। जीरोमाइल, अहियापुर, बाजार समिति, गोबरसही, बैरिया, मिठनपुरा, कल्याणी, माड़ीपुर, बालूघाट, अखाड़ाघाट, सरैयागंज, सूतापट्टी, मोतीझील व जवाहर लाल रोड समेत विभिन्न इलाकों में सन्नाटा पसर गया।

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छठ और नवरात्र को लेकर फल की बिक्री में तेजी

बाजार में चैती नवरात्र और छठ को लेकर जमकर खरीदारी हुई। फलों की जबरदस्त मांग रही। इसके अलावा दउरा, सूप, नारियल, डगरा, चूल्हा व लकड़ी की भी मांग रही। बाजार में केला 40 से 50 रुपये दर्जन, सेब 100 रुपये किलो, नारियल 50 रुपये प्रति व नारंगी 60 से100 रुपये किलो बिकी। दउरा 300 रुपये, सूप 80, डगरा 100 से 150 और मिट्टी का चूल्हा 100 रुपये में बिका। आम की लकड़ी 15 रुपये किलो बिकी।

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बाजार समिति में 20 ट्रक पहुंचा प्याज, नहीं हुई बिक्री

बैरिया (मुजफ्फरपुर) : बाजार समिति में कारोबारियों की संख्या लगातार कम हो रही है। सुबह बंगाल से 12 और नासिक से आठ ट्रक प्याज आया। लेकिन, कोई खरीदार नही पहुंचा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र से ट्रैक्टर से आलू भी आया। मंडी अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने बताया कि रविवार को नासिक के प्याज का थोक भाव 1900 से 2000 और बंगाल के प्याज का भाव 1700 से 1800 प्रति क्विंटल रहा। सफेद आलू का थोक भाव 1200 से 1300 और लाल आलू का थोक भाव 1400 से 1500 रुपये प्रति क्विंटल रहा। बाजार समिति फल मंडी के अध्यक्ष शिव शंकर गुप्ता और गणेश कुमार ने बताया कि तीन दिनों से फल के ट्रक नहीं पहुंचे हैं। नवरात्र व चैती छठ पर भी फल का कारोबार ठप है।

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कोट

कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन का पालन करना सबके लिए जरूरी है। जिले किसी भी वस्तु की किल्लत नहीं है। कालाबाजारी व जमाखोरी के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। लोग अफवाहों से बचें।

- डॉ. चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी


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