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बगहा में हर दिन पकड़ी जा रही शराब, नहीं टूट रहा धंधेबाजों का मनोबल

ब‍िहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद शराब बेचने और पीने वाले हैं काफी सक्र‍िय। यूपी व नेपाल की खुली सीमा का लाभ उठा रहे शराब के धंधेबाज पुल‍िस की तरह से लगातार अभ‍ियान चलाकर हो रही कार्रवाई ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 06:11 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 06:11 PM (IST)
बगहा में हर दिन पकड़ी जा रही शराब, नहीं टूट रहा धंधेबाजों का मनोबल
पश्‍च‍िम चंपारण के बगहा में शराब बेचने वाले हैं सक्र‍िय। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

बगहा (पचं), जासं। पुलिस चौकसी के बाद भी जिले में प्रतिदिन शराब की खेप पकड़ी जा रही है। जिसमें शामिल धंधेबाज भी गिरफ्तार हो रहे है। इसके बावजूद धंधेबाजों का मनोबल टूट नहीं रहा है। जबकि बिहार में शराब बंदी के बने कानून में सख्ती की गई है। इसके बावजूद शराब का धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है।

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पुलिस जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में एक सप्ताह के भीतर करीब 300 लीटर शराब जब्त किया गया है वही 25 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया। धंधेबाज जेल से छूटते ही दोबारा शराब के धंधे में जुट जा रहे हैं। इसकी मुख्य यूपी और नेपाल की सीमा है। दोनों सीमा पूरी तरह से खुली हुई है। नेपाल के सीमाई इलाकों में वाहन लेकर जाने व आने में खास कानूनी प्रक्रिया नहीं है। वहीं यूपी में जाने व आने पर किसी प्रकार की रोकटोक नहीं है। यूपी से लगे बिहार के इलाके भी पूरी तरह खुले हैं।

शराब के धंधेबाज शौच के लिए निकलते हैं और यूपी से शराब की खेप लेकर बिहार में प्रवेश कर जाते हैं। गरीब तबके की महिलाएं खेतों में मजदूरी करने के लिए जाती हैं और वापसी के क्रम में यूपी से शराब की खेप लेकर खेतों के रास्ते घर पहुंच जाती हैं। वही बगहा, सेमरा, भैरोगंज, पठखौली ओपी, रामनगर, चिउटाहा, नौरंगिया, लौकरिया, वाल्मीकिनगर, गोबर्धना, गोबरहिया आदि थाना क्षेत्र की बात करें तो इलाकों की महिलाएं घर में ही शराब का निर्माण कर लेती हैं।

ऐसा नहीं है कि इन लोगों पर पुलिस की नजर नहीं है। पुलिस तो समय-समय पर भ्रमण व छापेमारी करती है लेकिन जैसे ही मौका मिलता है खाना बनाने वाले चूल्हों पर शराब तैयार कर ली जाती है। शराब बंदी के बाद से चुलाई शराब की कीमत बढ गई है। पहले जहां चुलाई शराब तीस से चालीस रुपये में एक लीटर मिलती थी। अब इसकी कीमत सौ रुपये बोतल हो गई है। शराब के धंधेबाज अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में लगातार जोखिम उठा रहे हैं।


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