पावर स्टेशन में नहीं रहते लाइनमैन, शहरवासियों को झेलनी पड़ रही इस तरह की परेशानी
कोरोना को लेकर डरे हुए हैं बिजलीकर्मी। पावर सब स्टेशनों में स्विच बोर्ड ऑपरेटर संक्रमण की आशंका जता रहे।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिजली विभाग के कर्मियों की भारी लापरवाही उजागर हो रही है। पावर सब स्टेशन में रहने के बजाए कई लाइनमैन दूरदराज इलाकों के गांव से आकर यहां विभिन्न पावर सब स्टेशनों में ड्यूटी कर रहे। इसको लेकर बिजली कर्मी डरे हुए हैं। पावर सब स्टेशनों में स्विच बोर्ड ऑपरेटर संक्रमण के खतरा होने की आशंका प्रबल बता रहे।
बचाव के उपाय नहीं
हालांकि सरकार द्वारा पावर सब स्टेशनों हैंडवाश, सैनिटाइजर आदि की आपूर्ति कराई गई या नहीं इसकी मुकम्मल जानकारी विद्युत अधीक्षण अभियंता रीतेश कुमार की तरफ से उपलब्ध नहीं कराई गई। फोन पर बात करने की कोशिश की गई, उन्होंने कॉल रिसिव नहीं किया। कुछ स्विच बोर्ड ऑपरेटर ने विभाग की ओर हाथ साफ करने के लिए डेटॉल साबुन देने की बात कही है। लेकिन इतना कुछ नाकाफी है, सैनिटाइजर आदि का प्रयोग भी जरूरी है।
पांच हजार से अधिक कर्मचारी
बता दें कि जिले में डेढ़ दर्जन से अधिक पावर सब स्टेशनों में पांच हजार से अधिक लाइनमैन और स्विचबोर्ड ऑपरेटर कार्य कर रहे हैं। इमरजेंसी सेवा के अंतर्गत आते हैं। बावजूद इसको पावर सब स्टेशनों में रखने की व्यवस्था नहीं की जा रही। कोई भी अधिकारी इस पर बात करने को तैयार नहीं।
कई जगहों पर तार टूटने की शिकायत
कच्ची-पक्की चौक के समीप तार टूटने से थोड़ी देर के लिए अफरातफरी मच गई। मोहल्ले के लोगों ने इसकी सूचना भिखनपुरा पावर स्टेशन को दी। लाइनमैन के पहुंचने पर पता चला कि, शॉट-सर्किट के कारण ऐसी घटना हुई है। थोड़ी देर बात लाइन चालू कर दिया गया। इधर बेला-रोहुआ, मुशहरी रोड में कई जगहों पर इंसूलेटर पंक्चर होने की सूचना पर घंटों लाइन बंद रही। इस कारण लोगों को ढाई बजे बाद बिजली मिली।