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फाॅल्ट ठीक करते समय चालू हुई लाइन, पोल पर ही मिस्त्री की मौत

ढोली फीडर से संचालित 11 हज़ार वोल्ट विद्युत पोल पर टेक्निकल फॉल्ट ठीक करते समय हुआ हादसा। बिजली मिस्त्री के शटडाउन लेने के दो मिनट बाद ही चालू कर दी लाइन।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 05 Apr 2019 09:55 PM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2019 09:55 PM (IST)
फाॅल्ट ठीक करते समय चालू हुई लाइन, पोल पर ही मिस्त्री की मौत
फाॅल्ट ठीक करते समय चालू हुई लाइन, पोल पर ही मिस्त्री की मौत

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। हत्था ओपी क्षेत्र के तेपरी पटसारा मुख्य सड़क के किनारे हाईटेंशन तार की चपेट में आकर बिजली मिस्त्री की मौत हो गई। वह शुक्रवार की सुबह विद्युत पोल पर फाल्ट ठीक कर रहे थे। घटना की जानकारी होते ही मौके पर भारी भीड़ लग गई। वहीं घटना की सूचना पाकर परिजन में कोहराम मच गया। आक्रोशित लोगों ने परिजन को मुआवजा देने की मांग करते हुए करीब पांच घंटे तक शव को पोल से उतारने नहीं दिया। मौके पर प्रशासनिक, पुलिस और विद्युत विभाग के अधिकारी भी पहुंचे।

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 बाद में मुखिया कृष्णा कुमारी ने वरीय पदाधिकारी से परिजन की फोन पर बातचीत कराई। इस पर पदाधिकारी ने चार दिनों के अंदर मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद शव को पोल से उतारकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

 ढोली फीडर से संचालित 11 हज़ार वोल्ट विद्युत पोल पर टेक्निकल फॉल्ट हो गया था। इसकी सूचना पर तेपरी पंचायत के महेशपुर गांव निवासी रामचंद्र महतो का पुत्र बिजली मिस्त्री उमेश महतो (45) गेहूं के खेत में स्थित हाईटेंशन पोल के ऊपर चढ़कर फॉल्ट ठीक कर रहा था। इसी बीच शटडाउन लिए जाने के बावजूद लाइन कटने के दो मिनट के बाद ही तार में दोबारा करंट प्रवाहित होने लगा। इससे करंट की चपेट में आकर उसकी पोल पर ही मौत हो गई।

 शव को पोल पर लटकता देख गेहूं की कटनी को लेकर चौर के खेतों से गुजर रहे मजदूरों ने उसके परिजन को घटना की सूचना दी। इस पर परिजन में चीख-पुकार मच गई। खबर फैलते ही ग्रामीणों की मौके पर भीड़ जुट गई। घटना की सूचना पर बीडीओ अलख निरंजन, सीओ रमेश कुमार, सीआइ गंगालाल बैठा, हत्था ओपी अध्यक्ष जितेंद्र देव दीपक, पियर थानाध्यक्ष रवि शंकर कुमार आदि पहुंचे। घटना के करीब तीन घंटे बाद बिजली विभाग के एसडीओ विकास कुमार मौके पर पहुंचे।

पांच घंटे बाद उतारा जा सका शव

घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस को पोल से शव नहीं उतारने दिया। वे मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी तथा मुआवजा की मांग कर रहे थे। मुखिया कृष्णा कुमारी ने पहल कर वरीय पदाधिकारी से फोन पर परिजन की बातचीत कराई। इस दौरान पदाधिकारी ने चार दिन के अंदर मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इस पर लोग शांत हुए और शाम चार बजे शव को पोल से उतारा जा सका। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा।

पिता और पत्नी की बिगड़ी हालत

बिजली मिस्त्री की मौत की खबर सुनकर पत्नी और पिता सदमे में बेहोश हो गए। उनका प्राइवेट चिकित्सक के यहां इलाज चल रहा है। परिजन में चीख-पुकार का माहौल बना है। हादसे के बाद इलाके के ग्रामीणों में गम व गुस्सा का माहौल है। बंदरा बीडीओ अलख निरंजन ने बताया कि पारिवारिक लाभ योजना से 20 हजार रुपये और अंतेष्टि योजना से मुुखिया ने तीन हजार नकद राशि मृतक के परिजन को दी गई है।

 दुर्घटना के संबंध में पूर्वी कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार जायसवाल ने बताया कि तेपरी गांव में पूरा और ढोली के अलग-अलग फीडरों की क्रॉसिंग लाइन है। यह दुर्घटना कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है। सहायक विद्युत अभियंता विकास कुमार और जेई अनुज कुमार के नेतृत्व में जांच टीम बनाई गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद मुआवजा दिया जाएगा।


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