Move to Jagran APP

डॉक्टरी के साथ पर्यावरण संरक्षण का पाठ

पर्यावरण से प्रेम इस कदर कि घर के लेकर सड़क किनारे खाली जगह पर सैकड़ों पौधे लगा चुके हैं। दूसरों को भी प्रेरित करते हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Jul 2018 10:25 AM (IST)Updated: Mon, 16 Jul 2018 10:25 AM (IST)
डॉक्टरी के साथ पर्यावरण संरक्षण का पाठ
डॉक्टरी के साथ पर्यावरण संरक्षण का पाठ

मुजफ्फरपुर। पर्यावरण से प्रेम इस कदर कि घर के लेकर सड़क किनारे खाली जगह पर सैकड़ों पौधे लगा चुके हैं। दूसरों को भी प्रेरित करते हैं। दरभंगा जिले के डॉ. मनीष कुमार है ही ऐसे जो मरीजों का इलाज करते-करते पर्यावरण को पहुंचाई जा रही चोट पर भी मरहम लगाते हैं। सप्ताह का रविवार इसी के लिए समर्पित कर दिया है। इस दिन बच्चों को पर्यावरण संरक्षण का पाठ पढ़ाने के साथ लगाए गए पौधों की देखभाल करते हैं। पिछले कई साल से उनका अभियान जारी है। इसमें दर्जनों लोग जुड़ चुके हैं।

loksabha election banner

बचपन से पेड़-पौधों से लगाव :

आजमनगर निवासी डॉ. मनीष कुमार दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय के एआरटी विभाग में कार्यरत हैं। बचपन से ही उन्हें पेड़-पौधों से लगाव है। जब वे बेंगलुरु में एमबीबीएस कर रहे थे, तब भी फुर्सत के क्षणों में गार्डन में जाकर पेड़-पौधों की जानकारी लेते थे। मौका मिलते ही पौधरोपण करते थे। पढ़ाई के बाद 2015 में जब दरभंगा आए तो यह प्रेम परवान चढ़ने लगा। खाली समय को उन्होंने पर्यावरण के नाम कर दिया। पहले उन्होंने अपने आवासीय परिसर में सैकड़ों पौधे लगाए। इनमें ब्रह्माकमल, पलाश, पीला कचनार, रुद्राक्ष, एरका पाम, बुद्धा बेली बैम्बू, पीपल, बरगद, लीली और इमली सहित अन्य हैं। पौधे लगाने में ये बोनसाई विधि का भी प्रयोग करते हैं।

प्रेरणा से 50 लोग पर्यावरण संरक्षण में जुटे

पर्यावरण दिवस के मौके पर एनएच व गांवों में सड़क किनारे पौधरोपण भी करते हैं। अब तक 500 से अधिक पौधे लगा चुके हैं। उनका अभियान सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। वे बच्चों के साथ लोगों को इसके प्रति जागरूक भी करते हैं। इसके लिए प्रत्येक रविवार को आस-पड़ोस के बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करते हैं। लोगों को पौधे लगाने और उसकी देखभाल करना बताते हैं। उनकी प्रेरणा से 50 लोग पर्यावरण संरक्षण अभियान में जुटे हैं।

नई पीढ़ी पर्यावरण के प्रति हो रही जागरूक

डॉ. उज्ज्वल कुमार और अंजू नायक बताते हैं कि डॉ. मनीष ने उन्हें अहसास कराया कि पर्यावरण के प्रति हमारा भी कोई कर्तव्य है। हम इसे निभा रहे हैं। पौधे लगाने के साथ अन्य को भी प्रेरित करते हैं। पर्यावरणविद डॉ. बैद्यनाथ झा बताते हैं कि पौधे हमारे लिए वरदान हैं। इसके लिए सभी को काम करना चाहिए। इस मुहिम से जहां नई पीढ़ी पर्यावरण के प्रति जागरूक हो रही है, वहीं आसपास के कई लोग उनसे पौधों की देखभाल की जानकारी लेते हैं। हमें अपने व्यस्ततम समय से वक्त निकालकर पर्यावरण के लिए देना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.