शिकार को लेकर बाघ और तेंदुआ के बीच घंटों चली लड़ाई, हुआ ये अंजाम
बाघ ने भोजन के लिए हिरण का शिकार किया था। उस भोजन पर तेंदुए ने अधिकार जमाने की कोशिश की और मारा गया।
पश्चिमी चंपारण [जेएनएन]। बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा में भोजन को लेकर बाघ व तेंदुए में के बीच बुधवार की दोपहर से देर शाम तक लड़ाई हुई। आखिरकार बाघ ने तेंदुए को मार डाला। दरअसल, भोजन की व्यवस्था बाघ ने की थी। उसने हिरण का शिकार किया था। उस भोजन पर तेंदुए ने अधिकार जमाने की कोशिश की और मारा गया।
घटना वाल्मीकि ब्याघ्र परियोजना के कक्ष संख्या 34 एवं 37 के मध्य दरूआबारी के जंगल की है। यहां बाघ एवं तेंदुए की भिड़ंत में तेंदुए की मौत हो गई है। वनकर्मी जब गश्त पर निकले तो यह मामला उजागर हुआ।
इस बाबत बाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के सहायक वन संरक्षक आर के सिन्हा ने बताया कि घटनास्थल को देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि बाघ ने हिरण का शिकार किया था। जहां बाघ के शिकार पर तेंदुआ के द्वारा हाथ साफ करने की कोशिश की गई होगी। शिकार का मांस खाने के विवाद को लेकर दोनों में टकराव की स्थिति में बाघ के हमले में तेंदुए की मौत होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के पश्चात अंतिम संस्कार कर दिया गया। तेंदुए के मांस एवं खाल के नमूने को देहरादून फॉरेंसिक लैब भेजने की तैयारी की जा रही है