Coronavirus : COVID-19 : जानें कोरोना से बचाव के उपायों के प्रति किस तरह यह डॉक्टर परिवार लोगों को जागरूक कर रहा
Coronavirus COVID-19 बगहा में सेवानिवृत्त चिकित्सक डॉ. एसपी सिंह व उनका परिवार बना सारथी। घर-घर जाकर लोगों को कर रहे जागरूक।
पश्चिम चंपारण, [सौरभ कुमार]। बगहा का एक डॉक्टर परिवार कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा। ये हैं चिकित्सा पदाधिकारी से सेवानिवृत्त 80 वर्षीय डॉ. एसपी सिंह। वे अपनी नातिन डॉ. अपराजिता के साथ बिना स्वार्थ लोगों की मदद कर रहे। घर-घर जाकर जरूरी सलाह देते हैं। उनके पुत्र डॉ. रणवीर सिंह भी अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे।
हाथ धोने के लिए प्रेरित कर रहे
कैलाशनगर निवासी डॉ. एसपी सिंह आपदा की इस घड़ी में प्रतिदिन सुबह नातिन के साथ घर से निकलते हैं। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए न सिर्फ कोरोना के संक्रमण से जुड़ी हर जानकारी लोगों को देते हैं, बल्कि बार-बार साबुन से अच्छी तरह हाथ धोने के लिए भी प्रेरित करते हैं। इस उम्र में भी वे कैलाशनगर, श्रीनगर, नरैनापुर, डुमवलिया और पठखौली समेत कई मोहल्लों के 100 से अधिक परिवारों को जागरूक कर चुके हैं। छोटी-मोटी बीमारियों पर जरूरी सलाह के साथ इलाज भी करते हैं। लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील करते हैं। डॉ. अपराजिता भी नाना का इस काम में पूरा साथ देती हैं।
15 घंटे कर रहे मरीजों की सेवा
इधर, बगहा दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत उनके पुत्र डॉ. रणवीर ङ्क्षसह कोरोना से लोगों को बचाने के लिए प्रतिदिन 15 घंटे तक ड्यूटी कर रहे। वे उन गांवों में पहुंचते हैं, जहां दूसरे प्रदेशों से लोग आए हैं। उनकी स्क्रीनिंग करते हैं। प्रतिदिन 60 से 80 लोगों की स्क्रीङ्क्षनग कर रहे। जरूरत पर क्वारंटाइन कराते हैं।
साफ-सफाई व सतर्कता आवश्यक
क्षेत्र के राजेश्वर प्रसाद सोनी, दुर्गेश कुमार, मणि यादव, रवि यादव, धीरज पांडेय और दीपक कुमार कहते हैं कि इस मुश्किल समय में डॉ. एसपी सिंह लोगों के लिए काम कर रहे। छोटी-मोटी बीमारी होने पर निशुल्क इलाज कर रहे। डॉ. सिंह कहते हैं कि वर्ष 2001 में सेवानिवृत्ति के बाद से लोगों को निशुल्क सलाह दे रहा हूं। कोराना से बचाव के लिए साफ-सफाई व सतर्कता आवश्यक है। लोगों को जागरूक कर रहा हूं ताकि वे इस वायरस से सुरक्षित रहें।बगहा दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजेश सिंह नीरज कहते हैं कि डॉ. रणवीर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ी भागीदारी निभा रहे। ड्यूटी के घंटे उनके लिए मायने नहीं रखते।