कटरा के आधा दर्जन गांवों में घुसा लखनदेई का पानी, आवागमन बाधित Muzaffarpur News
बसघट्टा-पहसौल मुख्य मार्ग पर पानी आवागमन बाधित। औराई के दर्जनों घरों में जमा बरसात का पानी चामुंडा स्थान परिसर में जमा दो फीट पानी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लगातार हो रही बारिश से बागमती के जलस्तर में शनिवार को भी वृद्धि जारी रही। प्रखंड की सभी प्रमुख सड़कों पर पानी चढ़ जाने से यातायात बाधित रहा। उधर, लखनदेई के जलस्तर में भी वृद्धि होने लगी है। लखनदेई का पानी बसघटृा, बरैठा, बरदवारा, डुमरी, खंगुरा आदि गांवों प्रवेश कर गया है।
जलस्तर में वृद्धि से आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गई है। बसघटृा-पहसौल मार्ग में पानी भर जाने से नाव परिचालन शुरू कर दिया गया है। डायवर्सन पर पांच फीट पानी बह रहा है। डुमरी-पहसौल मार्ग स्थित शाखो पुल के पास सड़क डूब गई है जिससे आवागमन बाधित हो गया है। अंदामा के मार्ग में पानी भर जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह गांव टापू में तब्दील हो गया है। बकुची के वार्ड सदस्य धर्मेन्द्र कामती के घर के पास जल जमाव से स्थिति नारकीय हो गई है। पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
चामुंडा स्थान परिसर में दो फीट पानी भर गया है। रविवार से नवरात्र प्रारंभ है, लेकिन बरसात के कारण परिसर की स्थिति नारकीय बन गई है। लोगों का मानना है कि बाढ़ और बरसात के जोर पकडऩे से मौके पर लगने वाला मेला प्रभावित होंगे। बाढ़ का पानी बकुची, सोनपुर, कटरा, गंगेया, माधोपुर, नवादा आदि जगहों पर फैल गया है। अब तक घरों में पानी प्रवेश करने की सूचना नहीं है, लेकिन रफ्तार तेज हुई तो घर भी सुरक्षित नहीं रहेंगे। औराई : बागमती व लखनदेई नदी के जलग्रहण क्षेत्र में विगत तीन दिनों से हो रही मूसलधार बारिश से जलस्तर में शनिवार को भी वृद्धि जारी रही।
बागमती परियोजना उत्तरी और दक्षिणी बांध के बीच एक दर्जन विस्थापित गांव चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। हालांकि बाढ़ का पानी अभी घरों में नहीं घुसा है। इधर, लखनदेई नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से प्रखंड क्षेत्र के निचले हिस्सों में बाढ का दृश्य उत्पन्न हो रहा है। बाढ़ आने की आशंका से किसान परेशान हैं। इधर दोनों बांध पर जगह- जगह रेनकट हो रहा है।
मधुबन प्रताप,पटोरी टोला, बभनगामा पश्चिमी, हरनी टोला,बारा बुजुर्ग, बारा खुर्द,राघोपुर, तरवन्ना, चहुंटा दक्षिणी टोला,भरथुआ दक्षिणी टोला समेत एक दर्जन गांवों में आवागमन की समस्या हो गई है। गांव के बाहर बाढ़ का पानी फैल जाने से नाव से आवागमन कर विस्थापितों को सौ दो सौ फीट पानी पारकर आना जाना पड़ रहा है। इधर धरहरवा ,घनश्यामपुर, सरहंचिया, अतरार, अमनौर ,महेशवारा, सहिलाबल्ली समेत अधिकांश पंचायत में जलजमाव से दर्जनों घरों में बरसात का पानी प्रवेश कर गया है।