कुर्मी मिलन समारोह में सत्ता में भागीदारी की उठी माग
सूबे के ग्रामीण कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता संभालने से पहले बिहार एक बीमार राज्य माना जाता था। लेकिन नीतीश कुमार को आते ही यहा विकास की रफ्तार तेज हो गई।
मुजफ्फरपुर। सूबे के ग्रामीण कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता संभालने से पहले बिहार एक बीमार राज्य माना जाता था। लेकिन, नीतीश कुमार को आते ही यहा विकास की रफ्तार तेज हो गई। अन्य राज्यों में बिहार की धाक जम गई। गर्व से लोग कहने लगे कि हम बिहारी है।
मंत्री श्रवण कुमार रविवार को कुढ़नी के त्रिवेणी सिंह बालिका उच्च विद्यालय मुजफ्फरा कमतौल में कुर्मी मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। कुर्मी एकता मंच के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि यह समुदाय स्वाभिमानी है। कुर्मी समाज हमेशा से राज्य,देश एवं समाज के प्रति ऊंची सोच रखा है। उन्होंने लोगों को शिक्षित व संगठित होने की अपील की। साथ ही मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि विरोधी कहा करते हैं कि बिहार में विकास नहीं हुआ है। यह आरोप सरासर गलत है। मुख्यमंत्री साइकिल योजना का परिणाम है कि बड़ी तादाद में लड़किया विद्यालय जा रही है। हमारी सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था में आरक्षण लागू किया। शराबबंदी, दहेज प्रथा व बाल विवाह पर रोक लगाई। शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार हुआ। घर-घर में बिजली पहुंचाई। नल जल, गली नली, पौधारोपण का अभियान चला रही है। समारोह की अध्यक्षता सुरेश सिंह एवं संचालन दुर्गा प्रसाद सिंह ने किया। समारोह में 13 सूत्री प्रस्ताव लिया गया। जिसमें मुजफ्फरपुर जिले में विधान सभा चुनाव में कुर्मी समुदाय को कम से कम एक टिकट देने व मुजफ्फरपुर के कंपनीबाग समेत हर प्रखंड मुख्यालय में सरदार पटेल की प्रतिमा स्थापित कराने की माग शामिल है। मौके पर वैशाली विधायक राजकिशोर सिंह, रमेश कुमार छोटन, सत्येन्द्र सिंह, पवन कुमार राय, रवि कुमार, रमेश राही, सुरेंद्र सिंह, ब्रह्मदेव सिंह आजाद, नरेंद्र पटेल, रामस्वरूप सिंह, दशरथ सिंह, पूनम देवी, हम के प्रदेश उपाध्यक्ष रत्नेश पटेल, सतीश कुमार सिंह, राम पटेल, राकेश कुमार रौशन व अरविंद कुमार समेत अन्य ने संबोधित किया।