जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर: भाजपा और महागठबंधन के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बना कुढ़नी विधानसभा का उपचुनाव सोमवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, कड़ी सुरक्षा के बीच यहां 320 बूथों पर 57.90 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। 13 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया। आठ दिसंबर को वोटों की गिनती आरडीएस कालेज स्थित मतगणना केंद्र पर होगी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया कि मतदान के दौरान आयोग को 15 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। जिनकी जांच कराई गई तो एक भी शिकायत सही नहीं पाई गई। मतदान के दौरान आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में तुर्की ओपी में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि मतदान की घोषणा के बाद कुढ़नी क्षेत्र से 962.89 लीटर शराब जब्त की गई। इस दौरान मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत कुल 154 मामलों में प्राथमिकी भी दर्ज की गई।
आज मतदान के दौरान आठ बूथों पर बीयू, सीयू एवं वीवीपैट बदले गए। इसमें दो कंट्रोल यूनिट और पांच वीवीपैट मशीन माकपोल के दौरान बदली गईं। एक वीवीपैट की मशीन माकपोल के बाद बदलनी पड़ी। मतदान के दौरान 15 शिकायतें आईं। जांच में अधिकतर गलत पाई गईं। मतदान के लिए 320 बूथ बनाए गए थे।
भाजपा व जदयू में मुख्य मुकाबला
उपचुनाव में मुख्य दलों में ही मुकाबला है। भाजपा के केदार प्रसाद गुप्ता एवं महागठबंधन समर्थित जदयू उम्मीदवार मनोज कुमार सिंह उर्फ मनोज कुशवाहा में ही लड़ाई है। यहां तीसरा कोण नहीं बन सका। कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के लिए 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। सोमवार की सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदाताओं ने वोट डाले। अब ईवीएम में सभी प्रत्याशियों की किस्मत कैद हो गई है।
विदित हो कि अवकाश एवं यात्रा भत्ता (एलटीसी) घोटाले में राजद विधायक डा. अनिल सहनी को तीन साल की सजा होने पर उनकी सदस्यता चली गई थी। इसके बाद यहां उपचुनाव कराया गया। ठंड के बावजूद सुबह से मतदाता बूथों पर पहुंचने लगे। पहले दो घंटे में 11 प्रतिशत मतदान हुआ। महिला वोटरों में उत्साह अधिक रहा। हालांकि कुढ़नी विधानसभा चुनाव की तुलना में करीब सात प्रतिशत कम वोट पड़े। यहां 64.90 प्रतिशत वोट डाले गए थे। वहीं, इसी वर्ष हुए बोचहां उपचुनाव की तुलना में भी 1.30 प्रतिशत कम वोट पड़े।
सुबह से लगी रहीं वोटरों की कतारें
सामान्य तौर पर उपचुनाव में मतदाताओं में उत्साह नहीं रहता। इसका उदाहरण पिछले माह राज्य की दो विधानसभा सीट मोकामा व गोपालगंज पर हुआ उपचुनाव रहा। यहां क्रमश: 53.45 व 51.48 प्रतिशत मतदान हुआ। कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में सोमवार को मतदाताओं ने जमकर वोट डाले। इस कारण इन उपचुनावों से करीब पांच से सात प्रतिशत अधिक वोट आज पड़े। महिलाओं ने पुरुषों से लगभग छह प्रतिशत अधिक वोट डाले। 55.20 प्रतिशत पुरुष के मुकाबले आधी आबादी ने 61.42 प्रतिशत वोट डाले। सुबह से ही महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें बूथों पर लग गईं। इसमें वृद्ध मतदाता भी थे। अधिक उम्र व ठंड के बाद भी उनके पांव नहीं ठिठके।
एकमात्र विधानसभा सीट पर उपचुनाव के कारण राज्य के दोनों गठबंधन समेत अन्य दलों के नेताओं ने यहां लगातार जनसंपर्क किया। अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए कम देश और प्रदेश स्तर के नेताओं के नामपर वोट मांगे। इसके बाद चुनाव के ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अलावा लोजपा, रामविलास के चिराग पासवान की जनसभा ने मतदाताओं पर असर डाला। जदयू उम्मीदवार को लेकर नाराजगी को तेजस्वी ने मंच से दूर करने की कोशिश की। इसका असर रहा। केरमाडीह बूथ पर कुछ मतदाताओं ने कहा, बलू उम्मीदवार से ता नाराजे रही। तेजस्वी के कहल पर वोट दइत ही। ई मानू कि हुनका कहला पर 85 प्रतिशत आ नीतीश के कहला पर 15 प्रतिशत वोट पड़ रहल हई। कुछ मतदाताओं ने पीएम नरेन्द्र मोदी को लेकर ही भाजपा को वोट देने की बात कही। दिव्यांग पति को घर में छोड़ वोट देने आईं एक मुस्लिम महिला ने दबी जुबान से प्रधानमंत्री की मदद की बात कही। कुछ मतदाताओं ने कहा, शराब के नामपर पुलिस बहुत तंग कर रही है। उसके आक्रोश में वे वोट कर रहे हैं। हम बदलाव चाहते हैं। इस कारण भी बड़ी संख्या में लोग वोट देने निकले हैं।
ईवीएम की सुरक्षा के लिए भी अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती
कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम को आरडीएस कालेज परिसर स्थित वज्रगृह में रखा गया है। इसकी सुरक्षा के लिए भी अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। आठ दिसंबर को वोटों की गिनती के बाद सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला हो जाएगा।