जानिए क्यों श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय के मेडिकल छात्रों की 100 सीटों पर पढ़ाई पर फिर से एमसीआइ ने जताई आपत्ति
MCI के मानक पर संस्थान सात वर्ष में भी नहीं उतरा खरा। अस्पताल में लेक्चर थिएटर से लेकर परीक्षा भवन समेत अन्य कई चीजों का अभाव।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय में 100 सीट पर मेडिकल छात्रों की पढ़ाई को लेकर फिर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने आपत्ति जताई है। इस आशय का पत्र मंगलवार को प्राचार्य डॉ. विकास कुमार को भेजा है। इसमें अस्पताल में लेक्चर थिएटर से लेकर परीक्षा भवन समेत अन्य कई का अभाव होना बताया है।
मालूम हो कि श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय में वर्ष 2013 से 100 सीट पर मेडिकल छात्रों का नामांकन के साथ पठन-पाठन जारी है। इससे पूर्व 50 सीट पर नामांकन के साथ पढ़ाई होती थी। तत्कालीन प्राचार्य डॉ. डीके सिन्हा के अथक प्रयास के बाद 100 सीट पर नामांकन के साथ पढ़ाई की अनुमति मिली। इसके साथ मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा निरीक्षण के पश्चात जतायी गयी आपत्ति को तत्काल दूर करने को कहा गया था।
इस आपत्ति को सात वर्ष बीत जाने के बावजूद अब तक पूरी नहीं किया जा सका है। इसके कारण अक्सर निरीक्षण के पश्चात कर्मी सामने आता रहा है। एमसीआइ निरीक्षण के पश्चात पूर्व में जारी अपने रिपोर्ट के तहत एसकेएमसीएच 27 बिंदुओं पर कमी दर्शाई थी। हालांकि वर्तमान में कॉलेज प्राचार्य डॉ. विकास कुमार ने अधिकांश कमियों को पूरा होने का दावा किया है, लेकिन काउंसिल द्वारा पूर्व में दिए गए टास्क का जायजा लिया गया था। उस दिशा में कई कमियों को दूर किया गया, लेकिन पूरा नहीं हुआ है।
प्राचार्य ने बताया कि अस्पताल व कॉलेज प्रशासन की ओर से एमसीआइ के मानक पर संस्थान को खरा उतरने को सभी कमी दूर किया जा चुक है। कुछ निर्माण कार्य चल रहा है। अस्पताल व कॉलेज में चिकित्सा कर्मियों के रिक्त पदों को भरा गया है। एमसीआई की रिपोर्ट में अस्पताल में एमबीबीएस छात्रों के लिए लेक्चर थियेटर की कमी के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर की कुछ कमी को दर्शाया गया है।