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जानिए क्यों Health Conscious लोगों का शाकाहारी भोजन के प्रति तेजी से बढ़ रहा झुकाव

हाई ब्लडप्रेशर डायबिटीज दिल की बीमारी कैंसर गुर्दे का रोग गठिया और अल्सर मांसाहार भोजन के कारण होता है। दुनिया के एक चौथाई प्रदूषण का कारण भी मांस ही है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 25 Nov 2019 02:20 PM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 02:20 PM (IST)
जानिए क्यों Health Conscious लोगों का शाकाहारी भोजन के प्रति तेजी से बढ़ रहा झुकाव
जानिए क्यों Health Conscious लोगों का शाकाहारी भोजन के प्रति तेजी से बढ़ रहा झुकाव

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। खाने के शौकीन लोगों के लिए मांसाहार किसी वरदान से कम नहीं है। पत्र-पत्रिकाओं से लेकर टीवी शो तक में केवल इनकी तारीफ के पुल ही बांधे जाते हैं। किंतु, सेहत को लेकर फिक्रमंद लोग अब इससे अपना मुंह मोड़ने लगे हैं। वे अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए मांसाहार छोड़ रहे हैं और शाकाहारी बन रहे हैं। उनका मानना है कि मांसाहार भोजन स्वाद के लिए तो श्रेष्ठ है लेकिन सेहत के लिए खतरनाक। यह खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही सेहत के हानिकारक भी।

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शाकाहारी भोजन स्वास्थ्य के लिए बेहतर

हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, मांस खाना इंसान के शरीर के लिए नुकसानदेह है। कुछ वैज्ञानिक कारण भी हैं, जो यह बताते हैं कि शरीर के लिए मांसाहार कितना बुरा है। जिले के पूर्व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.सच्चिदानंद चौधरी बताते हैं कि मांसाहार खाना न तो सेहत के नजरिए से फायदेमंद है और न ही हमारी संस्कृति इसकी इजाजत देती है। मांसाहार की तुलना में शाकाहारी भोजन सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। शाकाहारी भोजन करने से इंसान स्वस्थ, दीर्घायु, निरोग और तंदुरुस्त बनता है।

बीमार होने की अधिक आशंका 

विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, मांसाहार हमारे शरीर के लिए उतना ही नुकसानदायक है, जितना कि धूम्रपान असर करता है। मांसाहार खाने वाले लोग शाकाहारी की तुलना में गंभीर बीमारियों की चपेट में ज्यादा आते हैं। इनमें हाई ब्लडप्रेशर, डायबिटीज, दिल की बीमारी, कैंसर, गुर्दे का रोग, गठिया और अल्सर शामिल है। दुनिया के एक चौथाई प्रदूषण का कारण भी मांस ही है।

चिड़चिड़ा होता इंसान, आता है ज्यादा गुस्सा

चिकित्सकों की मानें तो मांस खाने वाले ज्यादातर लोगों के अंदर चिड़चिड़ापन और ज्यादा गुस्सा होने के लक्षण पाए जाते हैं। ऐसे लोग स्वभाव से भी बहुत ज्यादा उग्र होते हैं। इसके विपरीत शाकाहारी व्यक्ति हमेशा ठंडे दिमाग वाले, सहनशील, सशक्त, बहादुर, परिश्रमी, शांतिप्रिय और आनंदप्रिय होते हैं।

शाकाहार में भी विकल्प उपलब्ध

आहार विशेषज्ञों के मुताबिक, शाकाहार में भी उन विटामिनों और सूक्ष्म मात्रा वाले खनिज तत्वों के विकल्प उपलब्ध हैं, जिन्हें मांसाहार की विशेषता बताई जाती है। जैसे कि पालक में आयरन ही नहीं, कैल्शियम भी होता है। दालों से भी प्रोटीन के साथ आयरन की कमी पूरी की जा सकती है। आयोडीन के लिए आयोडीन वाला नमक लिया जा सकता है। गेहूं व जौ के चोकरयुक्त आटे में और सजकोंहड़े के बीज में जिंक मिलेगा। मशरूम में विटामिन बी 2 और विटामिन डी पाया जाता है। 


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