Indian Railway : जानिए धनबाद डिवीजन में होने वाले एनआइ कार्य के कारण मुजफ्फरपुर से गुजरने वाली कौन-कौन सी ट्रेनें रहेंगी रद
Indian Railway रक्सौल से हावड़ा जाने वाली 13022 मिथिला एक्सप्रेस 19 मार्च से दो अप्रैल तक हावड़ा से रक्सौल जाने वाली 13021 मिथिला एक्सप्रेस 18 मार्च से एक अप्रैल तक रद रहेगी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। धनबाद डिवीजन में एनआइ कार्य को लेकर रेलवे ने 15 दिनों तक दर्जनों ट्रेनों को रद कर दिया है। इसके साथ कई ट्रेनों का आंशिक समापन किया गया है। पूर्व-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने इस संबंध में सूचना जारी की है। उन्होंने कहा कि रक्सौल से हावड़ा जाने वाली 13022 मिथिला एक्सप्रेस 19 मार्च से दो अप्रैल तक, हावड़ा से रक्सौल जाने वाली 13021 मिथिला एक्सप्रेस 18 मार्च से एक अप्रैल तक रद रहेगी। इसके साथ सीतामढ़ी से सियालदह जाने वाली 13124 सियालदह एक्सप्रेस 19 मार्च से दो अप्रैल तक, सियालदह से सीतामढ़ी जाने वाली 13123 सियालदह एक्सप्रेस 18 मार्च से एक अप्रैल तक रद कर दिया गया।
परिचालन में आंशिक बदलाव
मुजफ्फरपुर से कोलकाता जाने वाली 13185 तिरहुत एक्सप्रेस 25 मार्च से एक अप्रैल तक प्रत्येक बुधवार को रद की गई है। इसके साथ ही 13419 भागलपुर इंटरसिटी व मुजफ्फरपुर से खुलने वाली 13420 भागलपुर इंटरसिटी 18 मार्च से 3 अप्रैल तक रद रहेगी। इसके साथ हावड़ा से मुजफ्फरपुर जाने वाली 15271 जनसाधारण एक्सप्रेस 18, 25 मार्च व 1 अप्रैल को, मुजफ्फरपुर से हावड़ा जाने वाली 15272 जनसाधारण एक्सप्रेस 17, 24 व 31 मार्च को रद रहेगी। 18181 टाटा छपरा एक्सप्रेस 18 मार्च से 1 अप्रैल तक व 18182 छपरा टाटा एक्सप्रेस 19 मार्च से 2 अप्रैल तक रद रहेगी। इसके साथ समस्तीपुर, दरभंगा से चलने वाली दर्जनों ट्रेनों को रद कर दिया गया है। सभी स्टेशन पर सूचना भेज दी गई है।
रक्सौल में अंत्योदय एक्सप्रेस बेपटरी
रक्सौल से मुंबई टर्मिनल के बीच चलने वाली अंत्योदय एक्सप्रेस की एक बोगी शनिवार कों शंङ्क्षटग के दौरान बेपटरी हो गई। इसमें कोई क्षति नहीं हुई। लेकिन, कुछ देर तक अफरातफरी मची रही। सूचना के बाद अधिकारियों का दल पहुंचा। दो घंटे की मशक्कत के बाद बोगी को पटरी पर लाया गया। स्टेशन प्रबंधक अनिल कुमार ङ्क्षसह ने कहा कि दो घंटे बाद ट्रेन रवाना हुई।
बताया गया कि ट्रेन वाशिंग पिट से फिट होने के बाद शंटिंग कर स्टेशन आ रही थी। इसी दौरान सीक लाइन पर एक बोगी बेपटरी हो गई। इंजन पर दबाव बढ़ते देख ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। अन्यथा कई अन्य बोगियां भी बेपटरी हो जातीं।