Fake currency : जानिए कैसे पाकिस्तान सूबे के सीमावर्ती जिलों में भेज रहा जाली नोट, क्या है उसके आका की मंशा
Fake currency Whats app कॉलिंग से पाकिस्तान से हो रही थी बात। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र बना कारोबारियों के लिए सेफजोन पुलिस कर रही छापेमारी।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में जाली नोट के कारोबारी एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। आदापुर थाना के मूर्तिया गांव में जाली नोट के साथ पकड़े गए चार कारोबारियों ने पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं। पूछताछ में यह सामने आई है कि इस धंधे का किंगपिन पाकिस्तान में बैठा है। वह वहीं से इस कारोबार की मॉनीटरिंग की जा रही है।
अधिकारियों ने पूछताछ की
जाली नोट के सौदागरों से विशेष शाखा अधिकारियों ने भी पूछताछ की है। पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। पूछताछ के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान में बैठा आका लगातार आस मोहम्मद के संपर्क में था। वह इसके पहले भी देश के कई महानगरों में जाली नोट पहुंचा चुका है।
छूटने के बाद भी जाली नोट का कारोबार
वह नई दिल्ली में भी गिरफ्तार हुआ था। इस दौरान वह तिहाड़ जेल में बंद था। जेल में भी उसने अपना संपर्क बढ़ाया और कारोबारियों से परिचय कायम किया। पांच वर्ष पहले वह जेल से छूटा था। छूटने के बाद भी वह जाली नोट का कारोबार कर रहा। पाकिस्तान में बैठे आका ने उसे दिल्ली में फिर से जाली नोट की एक बड़ी खेप देने के लिए बुलाया था। अगर शुक्रवार की रात छापेमारी नहीं होती तो आस मोहम्मद फिर दिल्ली के लिए निकल जाता।
जब्त सेलफोन का निकाला जा रहा सीडीआर
चार कारोबारी की गिरफ्तारी के बाद जब्त चार सेलफोन के भी सीडीआर भी निकाले जा रहे हैं। इससे पता चलेगा कि ङ्क्षकगङ्क्षपग कौन है व वह ह्वाटसएप काङ्क्षलग कर किससे बात कर रहा है। कई सफेदपोश भी अब तक चिन्हित किए जा चुके हैं। उनके संपर्क में ये चारो कारोबारी थे। उसमें पंचायत प्रतिनिधि से लेकर कई नेता भी शामिल हैं। उनके बारे में पुलिस गुप्त रूप से छानबीन कर रही है। चारो की गिरफ्तारी की सूचना दिल्ली पुलिस को भी दे दी गई है। संभावना है कि दिल्ली पुलिस भी उन चारों कारोबारियों से पूछताछ कर सकती है। इसके अन्य कई जांच एजेंसियों को भी सूचना दी गई है।
गिरफ्तार हुए चार कारोबारी
मोतिहारी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आदापुर थाना के मूर्तिया गांव से 2.13 लाख के जाली नोट के साथ चार कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। इनमें मूर्तिया गांव के आश मोहम्मद, हरपुर के जुल्फिकार आलम, रामपुर के समसुदीन बैठा व पिपरा के सिराजुल अंसारी शामिल हैं। आश मोहम्मद व जुल्फिकार पूर्व में भी जेल जा चुका है।