पश्चिम चंपारण में किंग कोबरा को पकड़ जंगल में छोड़ा गया West champaran News
किंग कोबरा की एक विशेष प्रजाति है जो बेहद खतरनाक होती है। बीते 15 दिनों में आबादी वाले क्षेत्रों में घुसे एक दर्जन से अधिक किंग कोबरा पकड़े गए।
पश्चिम चंपारण,जेएनएन। आखिरकार वनकर्मियों ने वाल्मीकिनगर स्थित पूर्वी नहर जल विद्युत परियोजना के पावर हाउस से 10 फीट लंबे किंग कोबरा को पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया। शुक्रवार को बीएचपीसी के कर्मियों की सांसें तब अटक गईं जब पावर हाउस में फन उठाए किंग कोबरा दिखाई दिया। वे लोग किसी तरह भाग कर जान बचाए। सूचना पर सांपों को पकड़ने वाले वनकर्मी मौके पर पहुंचे। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उन्होंने किंग कोबरा को काबू में किया।
इस बाबत वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि किंग कोबरा की एक विशेष प्रजाति है जो बेहद खतरनाक होती है। बीते 15 दिनों में आबादी वाले क्षेत्रों में घुसे एक दर्जन से अधिक किंग कोबरा पकड़े गए। लगातार बदल रहे मौसम चक्र से सांपों का व्यवहार भी बदल रहा है। वे आक्रामक हो रहे हैं। बीते एक साल में कोबरा के डंसने से करीब 10 लोगों की मौत हो चुकी है।