बिहार में हाइवे निर्माण करा रही एजेंसी का सुपरवाइजर अगवा, चार घंटे में ही हुआ बरामद, जानिए पूरा मामला...
एनएच 104 का चल रहा निर्माण कार्य अपहर्ता के पास से पिस्टल कारतूस व मैगजीन भी बरामद। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर दोनों अपहर्ता को किया गिरफ्तार।
मधुबनी, जेएनएन। जयनगर थाना क्षेत्र के कमलाबाड़ी में एनएच-104 का निर्माण करा रही एजेंसी बीएससीपीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के सुपरवाइजर अशोक कुमार सिंह का शनिवार दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया। दो अपराधियों ने ताबड़तोड़ तीन राउंड फायरिंग कर सुपरवाइजर को अगवा कर लिया। इसके लिए कंपनी की चार पहिया गाड़ी का इस्तेमाल किया। मगर, पुलिस की त्वरित कार्रवाई से उन्हें शाम में मुक्त करा लिया गया। वहीं दोनों अपहर्ताओं नंदलाल यादव व संताेष कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही उनके पास से एक चाइनीज पिस्टल, पांच कारतूस, एक मैगजीन व पर्चा भी जब्त किया गया। डीएसपी सुमित कुमार ने जयनगर थाना में प्रेस वार्ता कर घटना के बारे में जानकारी दी। अभियान में जयनगर, लदनियां व देवधा थाना की टीम को लगाया गया था।
दहशत फैलाने के लिए की फायरिंग
मालूम हो कि सीतामढ़ी से नरहिया एनएच-104 का निर्माण कार्य चल रहा है। दोपहर करीब डेढ़ बजे दो की संख्या में आए अपराधियों ने हथियार के बलपर सुपरवाइजर को अगवा कर लिया। दहशत फैलाने के लिए तीन राउंड फायिरंग की। अपहरण की सूचना मिलते ही तीन थानों की टीम बनाकर छापेमारी अभियान शुरू किया गया। जयनगर अपर थानाध्यक्ष एसएन सारंग दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। यहां से मिली जानकारी पर अपर थानाध्यक्ष लदनियां की ओर चल पड़े। इस बीच सुपरवाइजर को कहीं छुपाकर अपहर्ताओं में से एक नंदलाल यादव वापस जयनगर की ओर उसी वाहन से लौट रहा था जिससे घटना को अंजाम दिया।
पुलिस की गाड़ी देखते ही उसने एक हाथ से स्टीयरिंग संभालते हुए दूसरे से अपर थानाध्यक्ष पर पिस्तौल तान दी। अपर थानाध्यक्ष ने भी अपहर्ता को निशाने पर ले लिया। इस बीच अपहर्ता का वाहन पर नियंत्रण नहीं रहा। पुलिस की गाड़ी में ठोकर मार दी। इसके बाद मुस्तैद जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ में मिले सुराग पर अर्राहा निवासी संतोष कुमार यादव के घर से सुपरवाइजर अशोक कुमार सिंह को बरामद कर लिया गया।
वहीं संतोष कुमार यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया। यह बात सामने आई कि नंदलाल ने सुपरवाइजर को अगवा कर गाड़ी में बिठाया। वहीं संतोष बाइक लेकर वहां से अपने घर पहुंचा। यहीं सुपरवाइजर को रखकर नंदलाल वापस जा रहा था। नंदलाल यादव पर पहले से भी आधा दर्जन से अधिक मामला दर्ज है। डीएसपी ने बताया कि मामले के उद्भेदन में शामिल पुलिस पदाधिकारियों एवं जवानों को पुरस्कृत करने के एसपी से अनुशंसा की जाएगी। हालांकि, एजेंसी के वरीय पर्यवेक्षक संजय कुमार तरुण के मुताबिक घटना को अंजाम देने में चार अपराधी शामिल थे।