...ताकि शारीरिक दूरी का लोग रखें ख्याल, इसलिए ये प्रतिदिन बनाते ढाई सौ गोले, जानिए
मोतिहारी शहर के केशव कृष्णा फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए कर रहे यह काम। दवा किराना और सब्जी की दुकानों के अलावा एटीएम पर बनाते गोला अब तक बना चुके पांच हजार।
पूर्वी चंपारण, अनिल तिवारी। कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखना आवश्यक है। मगर, बाजार में खरीदारी के दौरान इसका पालन नहीं होता। संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या यही कहती है। ऐसे में चिंतन-मनन के बाद मोतिहारी शहर के केशव कृष्णा ने अनूठी पहल की है। वे दवा, किराना व सब्जी की दुकानों के अलावा एटीएम पर जाते और निश्चित दूरी नापकर गोला बना देते। फिर लोगों से दूरी बनाए रखने की अपील करते। ये अब तक पांच हजार गोले बना चुके हैं।
केशव प्रतिदिन सुबह छह बजे पेंट व ब्रश लेकर निकल पड़ते। वे उन स्थानों को चिह्न्ति करते हैं, जहां लोग आते हैं। वे ठेले पर लगनेवाले फल की दुकानों के सामने भी गोला बना देते। दुकानदार को हिदायत भी देते कि आनेवाले ग्राहकों को निर्धारित गोले में रहने की सलाह दें। वे प्रतिदिन तकरीबन 250 गोले बना रहे। इस पर पांच हजार खर्च कर चुके हैं। समाजसेवक और चंपा के पौधे लगाने का अभियान चला चुके केशव का कहना है कि लॉकडाउन में बहुत से लोग जरूरी काम से बाहर निकलने को विवश हैं।
इस दौरान देखा कि कई जगह फिजिकल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा जा रहा। ऐसे में लोगों को बीमारी से बचाने के लिए ‘लक्ष्मण रेखा’ खींचने का निर्णय लिया। डॉ. एसकेएस महिला महाविद्यालय, मोतिहारी के प्राचार्य डॉ. रत्नेश आनंद का कहना है कि यह सटीक पहल है। लोगों को घरों में ही रहने की कोशिश करनी चाहिए। बहुत जरूरी काम हो, तभी बाहर निकलें। कोरोना से बचने के लिए दूरी बनाकर रहें।