अब एसएसबी और पुलिस चलाएगी संयुक्त अभियान
सीमाई इलाकों में शराब ड्रग्स मवेशी व मानव तस्करी और नक्सलवाद के खिलाफ अब एसएसबी पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाएगी।
मुजफ्फरपुर : सीमाई इलाकों में शराब, ड्रग्स, मवेशी व मानव तस्करी और नक्सलवाद के खिलाफ अब एसएसबी, पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाएगी। नक्सलवाद के खिलाफ जारी अभियान में एसएसबी के स्पेशल कमांडो भी शामिल होंगे। शराबबंदी व मवेशी तस्करी की नई चुनौती और ड्रग्स, मानव तस्करी व नक्सलवाद की पुरानी व बड़ी चुनौती को लेकर एसएसबी तथा पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। एसएसबी मुख्यालय मुजफ्फरपुर में बैठक में सीमाई इलाकों में अपराध, नक्सलवाद, मानव व पशु तस्करी के खिलाफ प्लान पर चर्चा हुई। वहीं शराबबंदी को और अधिक मजबूती से लागू कराने पर चर्चा हुई। मौके पर एडीजी बिहार अमित कुमार, आइजी मुजफ्फरपुर गणेश कुमार, एसएसपी जयंत कांत, एसएसबी के आइजी संजय कुमार, डीआइजी के. रणजीत, राजेश टिक्कू, सुधीर वर्मा, सीतामढ़ी एसपी अनिल कुमार, मधुबनी एसपी सत्य प्रकाश व कई कमांडेंट समेत एसएसबी के बिहार झारखंड के कई अधिकारियों ने भाग लिया।
उत्तर बिहार से नक्सलवाद का हो चुका सफाया
बैठक के बाद एडीजी बिहार अमित कुमार ने कहा कि नक्सली अब बिहार के चार जिलों गया, औरंगाबाद, लखीसराय व जमुई तक ही सिमटकर रह गए हैं। उत्तर बिहार से नक्सलवाद का सफाया हो चुका है। बचे-खुचे तत्व को समाप्त कर कानूनी प्रक्रिया को अंतिम दौर में पहुंचा दिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया जारी है। वैशाली में नक्सलियों के पैर जमाने के लिए इलाका उपलब्ध नहीं है। एडीजी ने कहा कि एसएसबी बिहार में एंटी नक्सल ऑपरेशन में लगी है। पिछले कुछ वर्षो में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी का विस्तार हुआ है। इससे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हुई है। इंडो-नेपाल बॉर्डर पर मानव तस्करी व ड्रग्स पुरानी लेकिन बड़ी चुनौती है। वहीं, शराब व मवेशी की तस्करी नई चुनौती है।
पुलिस मिलकर करे काम तो अपराध व तस्करी का खात्मा संभव
एसएसबी के आइजी संजय कुमार ने कहा कि एसएसबी सीमाई इलाकों में सुरक्षा और अपराध, नक्सलवाद व तस्करी के खिलाफ पुलिस के साथ मिलकर अभियान चलाएगी। हम बॉर्डर के इलाकों में हेरोइन, चरस, गांजा व शराब जब्त कर पुलिस को सौंपते रहते हैं। लेकिन, सही तरीके से कार्रवाई नहीं होने से तस्करों को लाभ मिलता रहा है। अब बड़े तस्कर, माफिया व सूत्रधार को पकड़ना है। इस काम को लोकल पुलिस ही कर सकती है। पुलिस मिलकर काम करे तो अपराध व तस्करी का खात्मा संभव है। सीमाई इलाकों में स्पेशल कमांडो लगाए जाएंगे।