Move to Jagran APP

अब एसएसबी और पुलिस चलाएगी संयुक्त अभियान

सीमाई इलाकों में शराब ड्रग्स मवेशी व मानव तस्करी और नक्सलवाद के खिलाफ अब एसएसबी पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाएगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 01:12 AM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 06:14 AM (IST)
अब एसएसबी और पुलिस चलाएगी संयुक्त अभियान
अब एसएसबी और पुलिस चलाएगी संयुक्त अभियान

मुजफ्फरपुर : सीमाई इलाकों में शराब, ड्रग्स, मवेशी व मानव तस्करी और नक्सलवाद के खिलाफ अब एसएसबी, पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाएगी। नक्सलवाद के खिलाफ जारी अभियान में एसएसबी के स्पेशल कमांडो भी शामिल होंगे। शराबबंदी व मवेशी तस्करी की नई चुनौती और ड्रग्स, मानव तस्करी व नक्सलवाद की पुरानी व बड़ी चुनौती को लेकर एसएसबी तथा पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। एसएसबी मुख्यालय मुजफ्फरपुर में बैठक में सीमाई इलाकों में अपराध, नक्सलवाद, मानव व पशु तस्करी के खिलाफ प्लान पर चर्चा हुई। वहीं शराबबंदी को और अधिक मजबूती से लागू कराने पर चर्चा हुई। मौके पर एडीजी बिहार अमित कुमार, आइजी मुजफ्फरपुर गणेश कुमार, एसएसपी जयंत कांत, एसएसबी के आइजी संजय कुमार, डीआइजी के. रणजीत, राजेश टिक्कू, सुधीर वर्मा, सीतामढ़ी एसपी अनिल कुमार, मधुबनी एसपी सत्य प्रकाश व कई कमांडेंट समेत एसएसबी के बिहार झारखंड के कई अधिकारियों ने भाग लिया।

loksabha election banner

उत्तर बिहार से नक्सलवाद का हो चुका सफाया

बैठक के बाद एडीजी बिहार अमित कुमार ने कहा कि नक्सली अब बिहार के चार जिलों गया, औरंगाबाद, लखीसराय व जमुई तक ही सिमटकर रह गए हैं। उत्तर बिहार से नक्सलवाद का सफाया हो चुका है। बचे-खुचे तत्व को समाप्त कर कानूनी प्रक्रिया को अंतिम दौर में पहुंचा दिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया जारी है। वैशाली में नक्सलियों के पैर जमाने के लिए इलाका उपलब्ध नहीं है। एडीजी ने कहा कि एसएसबी बिहार में एंटी नक्सल ऑपरेशन में लगी है। पिछले कुछ वर्षो में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी का विस्तार हुआ है। इससे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हुई है। इंडो-नेपाल बॉर्डर पर मानव तस्करी व ड्रग्स पुरानी लेकिन बड़ी चुनौती है। वहीं, शराब व मवेशी की तस्करी नई चुनौती है।

पुलिस मिलकर करे काम तो अपराध व तस्करी का खात्मा संभव

एसएसबी के आइजी संजय कुमार ने कहा कि एसएसबी सीमाई इलाकों में सुरक्षा और अपराध, नक्सलवाद व तस्करी के खिलाफ पुलिस के साथ मिलकर अभियान चलाएगी। हम बॉर्डर के इलाकों में हेरोइन, चरस, गांजा व शराब जब्त कर पुलिस को सौंपते रहते हैं। लेकिन, सही तरीके से कार्रवाई नहीं होने से तस्करों को लाभ मिलता रहा है। अब बड़े तस्कर, माफिया व सूत्रधार को पकड़ना है। इस काम को लोकल पुलिस ही कर सकती है। पुलिस मिलकर काम करे तो अपराध व तस्करी का खात्मा संभव है। सीमाई इलाकों में स्पेशल कमांडो लगाए जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.