जनकपुर पहुंची नेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी, कहा- जानकी नवमी से राष्ट्रीय एकता को मिलती मजबूती
नेपाल की राष्ट्रपति ने जानकी मंदिर में की पूजा-अर्चना। कहा कि जानकी मंदिर में मूल मिथिला कला और संस्कृति को महान उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है।
सीतामढी़/ मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी सोमवार को जानकी नवमी उत्सव में भाग लेने जनकपुर पहुंची थीं। उन्होंने जानकी मंदिर में करीब 15 मिनट तक पूजा की। कहा कि जानकी मंदिर में मूल मिथिला कला और संस्कृति को महान उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है। नेपाल की सामाजिक, सांस्कृतिक, राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए जानकी नवमी सहायक सिद्ध होती है। राजा जनक और अष्टावक्र ने जनकपुर से ज्ञान का प्रकाश और सहिष्णुता का संदेश फैलाया।
इसका महत्व लंबे समय तक रहेगा। कृषि के आधुनिकीकरण और व्यावसायीकरण के प्रति जागरूक होना चाहिए। राष्ट्रपति ने राज्य सरकार के बेटी बचाऊ, बेटी पढ़ाऊ कार्यक्रम की प्रशंसा की। प्रदेश नंबर दो के मुख्यमंत्री मो. लालबाबू राउत ने कहा कि प्रदेश सरकार धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। माता सीता के जन्म प्रसंग की चर्चा करते हुए कहा कि आज के राजनेताओं को उन महान कार्य से प्रेरित होना चाहिए, जो राजा जनक लोगों के हित के लिए उपयोग करते थे।
सरकार ने धार्मिक पर्यटन के महत्व को बढ़ा दिया है। यह राज्य के विकास का मुख्य आधार है। जानकी मंदिर के सौंदर्यीकरण का काम इस वित्तीय वर्ष में पूरा हो जाएगा। अगले वित्तीय वर्ष में अन्य धार्मिक स्थलों की सुंदरता का काम शुरू होगा। इससे पूर्व राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी का मुख्यमंत्री लालबाबू राउत, प्रदेश प्रमुख रत्नेश्वरलाल कायस्थ, जनकपुरधाम उपमहानगरपालिका के मेयर लालकिशोर साह व अन्य मंत्रियों ने जोरदार स्वागत किया।
जानकी नवमी पर धूमधाम से मना जन्मोत्सव, की गई पूजा-अर्चना
जानकी नवमी के अवसर पर सोमवार को शहर व गांवों के विभिन्न श्रीरामजानकी मंदिरों में पूरे हर्षोल्लास के साथ मां जानकी का जन्मोत्सव मनाया गया। विधिवत पूजा-अर्चना के बाद भजन-कीर्तन हुए। बाबा गरीबनाथ मंदिर में प्रधान पुजारी पं.विनय पाठक ने विधिवत लक्ष्मण संग श्रीराम जानकी व बजरंग बली के षोडशोपचार पूजन के बाद महाआरती की।
रंगबिरंगे फूलों से श्रीराम दरबार को सजाया गया व भगवान का महाशृंगार भी किया गया। दोपहर में जैसे ही घंटे की सूई बारह पर गई, पूजा-आरती की गई। खीर का महाभोग लगाया गया। इस अवसर पर मंदिर न्यास समिति के सचिव एनके सिन्हा, पं.अमर पाठक व पं.रिंकू पाठक सहित मंदिर के सभी पुजारीगण मौजूद रहे। उधर, सूतापट्टी स्थित श्रीरामजानकी मंदिर में श्रीराम जानकी का विधिवत पूजन व शृंगार हुआ, फिर महाआरती हुई। इस अवसर पर खीर का महाभोग लगाकर भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण हुआ। उधर, सिकंदरपुर स्थित श्री अन्नपूर्णा ढांढण शक्ति मंदिर, सालासर हनुमान मंदिर, अंडीगोला स्थित जय जगदीश हरे मंदिर आदि जगहों पर भी भव्य आयोजन हुए। उधर, माधुर्य संस्था की ओर से उमेश नगर, जीरोमाइल में धूमधाम से जानकी नवमी महोत्सव का आयोजन हुआ। गुरुदेव नीरज बाबू ने विधिवत पूजा-अर्चना की। भजन-कीर्तन भी हुए। इसमें कई श्रद्धालु भक्तगण शामिल हुए।
इधर, जय सीताराम हनुमान मंडल की ओर से नई बाजार पटवा टोली स्थित मुरारी शरण के आवास पर भजन-संकीर्तन एवं सत्संग का आयोजन हुआ। मौके पर अमरेश कुमार ठाकुर ने कहा कि माता जानकी न केवल मिथिला और तिरहुत, बल्कि यहां की संस्कृति के विराट प्रतिमान के रूप में पूरे विश्व में पूज्य हैं। मौके पर देवीलाल, राम एकबाल पांडे, पवन कुमार शांडिल्य, मयंक मुन्ना, जितेंद्र गुप्ता, जगत नारायण सिंह, बैद्यनाथ सहनी, जगत नारायण राय, मुकेश लाल गुप्ता, आनंद कपूर, सुमन सौरभ, गोलू कुमार, अरुणा सिंह, वाहिनी देवी, रेखा देवी, सौरभ, विजेंद्र, गोलू आदि मौजूद रहे।
मैथिली जनाधिकार मोर्चा की ओर से बावनबीघा स्थित कार्यालय में मैथिली दिवस मनाया गया। इसमें विचार गोष्ठी के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ। अध्यक्षता मोर्चा संयोजक डॉ.रत्न कृष्ण झा ने की। इसमें मैथिली के सर्वांगीण विकास पर विस्तार से चर्चा हुई। मौके पर डॉ.इंद्रनाथ झा, डॉ.नूर आलम, डॉ.अलका झा, डॉ.निरंजन चौधरी, सर्वजीत कुमार, डॉ.प्रवीण कुमार मिश्र, विदेह तनया, तुषार, डॉ.शैल कुमारी, डॉ.शैलेंद्र चौधरी, मोहन लाल कर्ण, डॉ.राजन कुमार सिंह, गंगा झा आदि ने भी विचार रखे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप