शहर के कूड़ा से बिजली बनाएगी इजरायली कंपनी,निगम बोर्ड की बैठक में बनी सहमति
नगर निगम को कूड़ा डंपिंग व जल जमाव की समस्या से स्थायी तौर पर मुक्ति मिलने जा रही है। इस कूड़े से बिजली व खाद बनाई जाएगी। इजरायल की कंपनी एआर चैलेंजेज ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है।
मुजफ्फरपुर। नगर निगम को कूड़ा डंपिंग व जल जमाव की समस्या से स्थायी तौर पर मुक्ति मिलने जा रही है। इस कूड़े से बिजली व खाद बनाई जाएगी। इजरायल की कंपनी एआर चैलेंजेज ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है। उसके पार्टनर डब्ल्यू टीई चैलेंजेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी यह काम करने जा रही है। निगम बोर्ड की विशेष बैठक में कंपनी की ओर से इसका डेमो प्रस्तुत किया गया। जिसे बोर्ड की बैठक में शामिल पार्षदों व अधिकारियों ने पसंद कर इसकी सहमति दे दी है। रौतनिया में बनेगा प्लांट, पूरी तरह होगा प्रदूषण मुक्त कंपनी ने कूड़ा ट्रीटमेंट प्लांट के लिए रौतनिया में दो से तीन एकड़ जमीन मांगी है। पूरे प्लांट को तैयार होने में एक साल का समय लगेगा,लेकिन दो से तीन महीने के अंदर वह कूड़े को स्टोर करना शुरू कर देगा। इस प्लांट से जीरो फीसद अवशिष्ट निकलेगा। समूची प्रक्रिया पूरी तरह प्रदूषण मुक्त है। प्रत्येक सौ टन कूड़ा से गैस आधारित तीन मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। प्रत्येक दिन लगभग तीन सौ टन कूड़ा शहर से निकलता है। कूड़ा डंपिंग की समस्या से मिलेगी मुक्ति, शहर होगा चकाचक नगर निगम के लिए कूड़ा डंपिंग एक बड़ी समस्या बनी हुई है। रौतनिया व आसपास के गांव के लोग वहां कूड़ा डंपिंग का भारी विरोध कर रहे हैं। उनके विरोध को देखते हुए वहां कूड़ा डंपिंग का कार्य रोक दिया गया। फिलहाल यत्र-तत्र डंप किया जा रहा है। इस ट्रीटमेंट प्लांट से इस गांव वाले की आशंका पूरी तरह दूर हो जाएगी। कूड़ा डंपिंग की समस्या हल होते ही शहर चकाचक हो जाएगा। 20 वर्षो तक प्लांट चलाएगी कंपनी, निगम को होगी आमदनी इजरायली कंपनी 20 सालों तक इस प्लांट को चलाएगी। कूड़ा को एकत्र करने डंपिंग करने में निगम का काफी खर्च व मानव संसाधन लग रहा था। कूड़ा से खाद बनाने के निगम की परियोजना काफी घाटे का सौदा साबित हो रही है। दो साल में इससे निगम को मात्र 72 हजार रुपये की आमदनी हुई है। जबकि इस पर प्रतिमाह 2.50 लाख रुपये खर्च हो रहा है। इसके विपरीत इजरायली कंपनी कूड़ा के बदले निगम को कुछ राशि देगी। यहां से पहले झारखंड व यूपी में यह कंपनी अपना प्रोजेक्ट शुरू कर चुकी है। कंपनी के प्रोजेक्ट को देखने विदेश जाएंगे मेयर, डिप्टी मेयर व निगम के अधिकारी बैठक में इस प्रस्ताव पर भी सहमति बनी कि कंपनी के प्रोजेक्ट को देखने के लिए मेयर, डिप्टी मेयर व निगम के अधिकारी विदेश जाएंगे। वहा इसके कार्यकलाप का यह टीम अध्ययन करेगी और यहां आकर इसकी रिपोर्ट सौंपेगी। जलजमाव से मुक्ति के लिए बनाए जाएंगे बड़े नाले शहर को जल जमाव से मुक्ति दिलाने के लिए बेहतर जल निकासी की योजना बनाई गई है। इसके लिए कई बड़े नाला का निर्माण कराया जाएगा। इस नाले को आउटलेट को विभिन्न स्थानों पर खोला जाएगा। तीन स्थानों पर एसटीपी (स्पेशल ट्रीटमेंट प्लांट) का निर्माण कराया जाएगा। ये ट्रीटमेंट प्लांट मणिका मन, फरदो नाला भगवानपुर व खबड़ा में बनाए जाएंगे। यहां इन नालों से बहकर आए पानी को जमा किया जाएगा। इसका ट्रीटमेंट कर इसे सिंचाई के लिए, मिनरल वाटर, हॉट -कूल वाटर तैयार किए जाएंगे। इससे इसका बेहतर उपयोग होगा और जल निकासी की समस्या से हमेशा से मुक्ति मिल जाएगी। सिकंदरपुर से मनिका मन तक, कन्हौली से रोहुआ तक, बीबीगंज से भगवानपुर फरदो नाला तक व मिठनपुरा से नारायणपुर होते हुए तिरहुत नहर तक बड़ा नाला का निर्माण कराया जाएगा। नाला के उपर अतिक्रमण को हटाकर इसको साफ किया जाएगा। डिप्टी मेयर सहित 17 पार्षदों की मांग पर बुलाई गई थी विशेष बैठक डिप्टी मेयर मानमर्दन शुक्ल सहित 17 पार्षदों की मांग पर आम्रपाली ऑडिटोरियम में सोमवार को निगम बोर्ड की विशेष बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक की अध्यक्षता मेयर सुरेश कुमार ने की। इसमें नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा, बुडको के कार्यपालक अभियंता सुरेश कुमार सिन्हा सहित अन्य अधिकारी व निगम पार्षद शामिल हुए। इसमें जल निकासी व ठोस कचरा प्रबंधन के एजेंडे पर चर्चा हुई। वार्ड पार्षद राजीव कुमार पंकू की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मांगों को लेकर पार्षदों ने किया हंगामा विशेष बैठक में उपस्थित कई पार्षदों ने अपनी-अपनी मांगें रखनी शुरू की। जब उन्हें बताया कि कि यह विशेष बैठक है इसमें दो विषयों पर चर्चा होनी है। इस पर कई पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। बाद में उन्हें समझा-बूझाकर शांत कराया गया।